वाराणसी में गाय के गोबर से बनेगा वैदिक पेंट, सेवापुरी में खुलने जा रही प्रदेश की पहली यूनिट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. धर्म नगरी काशी गाय के गोबर से वैदिक डिस्टेंपर और पेंट बनाएगी। इसका उपयोग पक्की दीवारों को चमकाने, सजाने और मजबूती देने के लिए किया जाएगा। प्रदेश की पहली यूनिट सेवापुरी ब्लाक में खोली जाएगी। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग इसमें 15 जून से पेंट का उत्पादन शुरू करेगा। इसके लिए 115 गोशालाओं के साथ ही स्थानीय गोपालकों से गोबर खरीदा जाएगा। इसके लिए प्रति किलोग्राम पांच रुपये तक भुगतान किया जाएगा। इससे किसानों की आय के साथ ही स्वरोजगार की संभावना भी बढ़ेगी। यूनिट खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कीटाणु-जीवाणु रोधी के साथ वातानुकूलन भी
खास यह कि गाय के गोबर से बना यह पेंट कई दृष्टि से लाभदायक होगा। यह पर्यावरण के अनुकूल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, सामान्य पेंट के मुकाबले सस्ता और गंधरहित भी रहेगा। इसकी पोताई से कमरे में वातानुकूलन भी होगा। यह गर्मी के मौसम में ठंड और ठंड में गर्मी का अहसास देगा।
वैदिक पेंट पर विज्ञानियों की मुहर
गाय के गोबर से आर्गेनिक वैदिक पेंट बनाने की तकनीक का प्रस्ताव आयोग ने जयपुर के कुमारप्पा राष्ट्रीय हाथ कागज संस्थान को भेजा था। इसके आधार पर संस्थान के विज्ञानियों ने पेंट तैयार करने में सफलता पाई। भारतीय मानक ब्यूरो से मान्यता के अलावा देश की कई प्रयोगशाला में जांच के बाद इसे महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान में लांच किया गया है।
सस्ता और सफेद रंग का होगा वैदिक पेंट
वैदिक पेंट रासायनिक पेंट की तुलना में आधा से भी कम कीमत पर आयोग के शोरूम में उपलब्ध होगा। शुरुआती दौर में डिस्टेंपर और पेंट दोनों ही सफेद होंगे। इसका भवनों की दीवारों के साथ ही सभी तरह की लकड़ी और लोहे पर भी उपयोग किया जा सकेगा।
100 किलोग्राम गोबर से तैयार होगा 20 लीटर पेंट
गाय के गोबर को बारीक कर उसमें 40 फीसद तक तरल निकाला जाएगा। इसमें टाइटेनियम डाई आक्साइड, कैल्शियम कार्बोनेट, थिनर सहित कई तरल के साथ ही प्राकृतिक रंग मिला कर पेंट तैयार किया जाएगा। आर्गेनिक बाइंडर से इसकी बंधन क्षमता मजबूत की जाएगी। अभी इसकी पैकिंग दो से लेकर 30 लीटर तक की तैयार करने की उम्मीद हैं। 100 किलो गोबर से 20 लीटर पेंट तैयार किया जा सकता है।
सेवापुरी में आगामी 15 जून से शुरू कर दिया जाएगा
प्रदेश में पहली बार बनारस में गाय के गोबर से पेंट बनाया जाएगा। यह कार्य सेवापुरी में आगामी 15 जून से शुरू कर दिया जाएगा। इसकी कीमत सामान्य पेंट से काफी कम होगी। यह कदम क्रांतिकारी साबित होगा।- डीएस भाटी, निदेशक, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग।