दहेज में नहीं मिली ऑल्टो कार, ट्रैक्टर और 3 लाख रुपये, दूल्हे ने शादी से किया इंकार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दहेज का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर इसलिए नहीं पहुंचा क्योंकि लड़की का पिता ऑल्टो कार, ट्रैक्टर और तीन लाख रुपये नगद का इंतजाम नहीं कर सका. वहीं, बारात नहीं आने से दुल्हन और उसके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. इसके अलावा हाथों में मेहंदी लगाकर अपने दूल्हे का इंतजार करने वाले दुल्हन का कहना है कि वो आत्महत्या जैसा कदम उठा सकती है.
यह मामला लखीमपुर खीरी के मैगलगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव चुरई पुरवा का है, जहां अनिल कुमार ने अपनी पुत्री मधुबाला की शादी गोला मोहम्मदी के रहने वाले पंकज कुमार से तय की थी. जबकि लड़की के पिता द्वारा बारात के दिन ऑल्टो कार, ट्रैक्टर और तीन लाख की नगदी का इंतजाम ना कर पाने के चलते दूल्हा और बाराती नहीं आए. इसके अलावा लड़की के पिता ने बारातियों के लिए खाना और बाकी का इंतजाम भी कर रखा था. हालांकि लड़की के पिता ने लड़का पक्ष से कहा कि वह उनकी सभी मांगों को कुछ दिन में पूरा कर देगा, लेकिन बारात नहीं आई. जबकि लड़का पक्ष से जब भी फोन पर बात हुई तो उन्होंने कहा कि हम बारात लेकर आ रहे हैं, लेकिन पूरी रात बीतने के बाद भी बारात दुल्हन के दरवाजे पर नहीं पहुंची. यही नहीं, लाखों रुपये के नुकसान के साथ परिवार की जग हंसाई से दुल्हन पक्ष परेशान है.
ऑल्टो कार का हो गया था इंतजाम, लेकिन…
वहीं, लड़की के पिता अनिल कुमार का कहना है कि लड़के वाले ऑल्टो कार की मांग कर रहे थे, जिसका उन्होंने इंतजाम कर दिया था. इस बीच वह ट्रैक्टर और तीन लाख रुपये की मांग करने लगे. अचानक से हुई मांग इतनी जल्दी पूरी नहीं हो सकती थी. इसके बाद भी मैंने कहा कि कुछ दिनों में इसे पूरा कर दूंगा, लेकिन उन्होंने शादी के दिन ही धोखा दे दिया.
दुल्हन बोली कर लूंगी आत्महत्या
जैसे जैसे समय बीतता जा रहा था वैसे वैसे दुल्हन पक्ष की परेशानी बढ़ती जा रही है. वहीं, दुल्हन बनी मधुबाला का कहना है कि लड़के वाले तीन लाख रुपये, ऑल्टो कार और ट्रैक्टर मांग रहे थे, लेकिन किसी कारण से पिताजी उस दिन पूरा इंतजाम नहीं कर पाए तो बरात उनके घर नहीं पहुंची. साथ ही कहा कि अगर वह बरात लेकर नहीं आए तो मैं आत्महत्या कर लूंगी. वहीं, लड़की की मां का कहना है कि उन लोगों ने अपनी तरफ से जो संभव हो सका वह किया. न सिर्फ बारात के लिए खाना, मिठाई और पंडाल समेत सभी इंजमाम कर लिए गए बल्कि सभी रिश्तेदार भी आ गए थे, लेकिन बारात नहीं आने के चलते परिवार को गहरा सदमा लगा है.