एक तरफा प्यार में बाधा बने अध्यापक पिता, ऑनलाइन मंगाए काली मिर्च स्प्रे को आंख में डालकर मार डाला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही. भदोही जिले में एकतरफा प्यार में युवती के पिता को राह का रोड़ा मानकर आनलाइन हत्या के औजार को मंगाकर वारदात को अंजाम देने वाला आरोपित आखिरकार पकड़ लिया गया। चौरी के अमवा खुर्द गांव में सहायक अध्यापक अरविंद कुमार की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच और चौरी पुलिस टीम ने सोमवार को गांव से ही आरोपित युवक अभिषेक धरकार को गिरफ्तार कर लिया। उसके दो साथी अभी फरार चल रहे। हत्या में प्रयुक्त लाठी, साइकिल और मिर्च पाउडर बरामद किया है। आरोप है कि युवक शिक्षक की पुत्री से एक तरफा प्यार कर रहा था। पिता के विरोध करने पर मनबढ़ युवक ने साथियों संग मिलकर घटना को अंजाम दिया।
पुलिस लाइन सभागार में मीडिया से बातचीत में एसपी डा. अनिल कुमार ने कहा चौरी थाना के अमवा खुर्द में दो अप्रैल की रात शिक्षक अरविंद कुमार की हत्या कर दी गई थी। मृतक की पत्नी ज्योति रानी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच क्राइम ब्रांच और चोरी पुलिस को दी गई थी। पुलिस ने शिक्षक के मोबाइल, परिवार वालों, ग्रामीणों से बातचीत कर अभिषेक धरकार को गिरफ्तार किया। उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सारी कहानी उगल दी। परिवार वालों ने ही पूछताछ के दौरान आरोपित द्वारा धमकी और छेड़छाड़ करने की जानकारी दी तो पुलिस की जांच में सबकुछ साफ हो गया।
इस बाबत उसने बताया कि वह मृतक अरविंद कुमार की पुत्री से प्रेम करता था। उसकी शादी परिवार के लोगों ने अन्यत्र तय कर दी थी। इसको लेकर वह विरोध भी कर रहा था। उसने शिक्षक को ठिकाने लगाने को साथी किशन यादव व विवेक पाल को 25 हजार रुपये देने की बात कर हत्या की योजना बनाई थी। आनलाइन काली मिर्च पाउडर का स्प्रे मंगाया था। घटना के दिन शाम को अपने साथी किशन के मोबाइल से फोन करके शिक्षक को मिलने के लिए विमल सिंह के बगीचे में बुलाया था। वहां पहुंचते ही उनकी आंख में मिर्च का स्प्रे कर दिया, इससे दिखाई देना बंद हो गया। तीनों लोग मिलकर लाठी से पिटाई कर हत्या कर दी।
वारदात को अंजाम देने के बाद सीमेंट के पिलर में बांधकर तालाब में फेंक दिया। एसपी ने बताया कि आरोपित अभिषेक को जेल भेज दिया गया है जबकि अन्य दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। टीम में स्वाट प्रभारी विनोद दुबे, सर्विलांस प्रभारी बृजेश सिंह, थानाध्यक्ष बृजेश मौर्य, नरेंद्र सिंह, तुफैल अहमद आदि थे।