सरिया, सीमेंट, गिट्टी, ईट की कीमतें आसमान में, मकान बनाना हुआ मुश्किल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. बाजार में हर चीज की कीमतें चढ़ रही हैं। इसी के साथ मकान बनाने से जुड़ी सामग्रियों के दाम भी आसमान में पहुंच गए हैं। हालत यह है कि सरिये की कीमत (saria ka rate) कोरोना से पहले के मुकाबले अभी 121 फीसदी बढ़ गई है। इसी तरह सीमेंट (Cement ka Rate), बजरी, ईंट आदि की कीमतें भी बढ़ गई हैं। इस बार में रियल एस्टेट क्षेत्र में काम करने वाले त्रेहान ग्रूप की एक स्टडी सामने आई है। आइए, देखते हैं कि मकान बनाना कितना महंगा हो गया है।
सरिया हो गया 121 फीसदी महंगा
मकान बनाने की सामग्री की कीमतों पर त्रेहान ग्रुप ने एक तुलना की है। यह तुलना अपने यहां कोरोना महामारी शुरू होने से ठीक पहले से है। इसके मुताबिक एक साल पहले 38.8 रुपये किलो मिलने वाला सरिया (saria rate today) अभी 85.90 रुपये किलो हो गया है। यह 121.39 फीसदी की बढ़ोतरी है। इसी तरह कोरोना से पहले फायर फाइटिंग स्टील की कीमत 49.5 रुपये प्रति किलो थी। यह कीमत अब बढ़ कर 84.96 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। मतलब कि 79.3 फीसदी की बढ़ोतरी।
ईंट और बजरी भी हो गई महंगी
इस दौरान ईंट (eit ka rate) और बजरी (Stone Chips) जैसी चीजों की कीमत भी काफी बढ़ गई। कोरोना से पहले ईंट का भाव 3,800 रुपये प्रति हजार नग था। अब वह बढ़ कर 5,500 रुपये प्रति हजार हो गया है। इसी तरह बजरी (Gitti ka rate) कीमत भी 66.66 फीसदी बढ़ गई है। दो साल पहले बजरी 60 रुपये क्विंटल मिल रहा था। अब इसकी कीमत 100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
बिजली के तार हुए 150 फीसदी महंगे
इस बीच तांबे की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। बिजली के तार की बात करें या बिजली से चलने वाले कोई भी उपकरण, सबमें तांबा का भरपूर उपयोग होता है। यही वजह है कि बिजली के तार भी महंगे हो गए हैं। दो साल पहले जो बिजली का तार पांच रुपये मीटर मिलता था, वही तार अब 12.50 रुपये मीटर मिलने लगा है। मतलब कि इसकी कीमतों में 150 फीसदी का इजाफा हुआ है।
प्लंबिंग मैटेरियल भी हुए महंगे
महंगाई का असर प्लंबिंग मैटेरियल पर भी पड़ा है। कोरोना शुरू होने से पहले प्लंबिंग का जो सामान 100 रुपये में मिलता था, वह इस समय 150 रुपये में मिलने लगा है। मतलब कि 50 फीसदी का इजाफा। इसी तरह अल्यूमिनियम के बने सामान भी 64.77 फीसदी महंगे हो गए। मार्च 2020 के दौरान मकान के निर्माण में उपयोग होने वाले अल्यूमिनियम के सामन 176 रुपये किलो के भाव पर मिल जाता था। अभी इसका भाव 290 रुपये किलो हो गया है।
सीमेंट की कीमत में भी इजाफा
इस दौरान सीमेंट की कीमतों में भी खूब इजाफा हुआ है। कोरोना शुरू होने से पहले अपने यहां 270 रुपये में एक बोरी सीमेंट मिल जाता था। लेकिन इसकी कीमतों में अब तेज इजाफा हो गया है। इस समय सीमेंट के एक बैग की औसत कीमत 360 रुपये पर पहुंच गई है। यह 33 फीसदी का इजाफा है। इसी के साथ सीएफ फिटिंग मैटेरियल की कीमत में भी 50 फीसदी का इजाफा हुआ है।
फ्लैट बनाने में दो लाख रुपये लग रहे हैं ज्यादा
भवन निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियर शशि बताते हैं कि हाल ही में कंस्ट्रक्शन मैटेरियल की कीमतों में आई तेजी से लागत बढ़ गई है। मोटा मोटी कहें तो एक हजार वर्गफीट में बने दो बेडरूम फ्लैट बनाने की लागत में लगभग दो लाख रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। एक तरह से कहें तो मकान बनाने की लागत में करीब 25 फीसदी का इजाफा हो गया है।