हाईवे पर अवैध रूप से ढाबों पर रुकतीं रोडवेज बसें, आरएम ने मांगा स्पष्टीकरण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर-वाराणसी हाईवे पर स्थित दो ढाबों पर रोडवेज बसें बिना अनुमति के रुकती हैं। शिकायत पर क्षेत्रीय प्रबंध वाराणसी ने गाजीपुर के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक से स्पष्टीकरण मांगा है।
गाजीपुर से वाराणसी की दूरी करीब 75 किमी है। बावजूद इसके रोडवेज की प्राय: सभी बसें देवकली के पियरी में स्थित ढाबे पर जरूर रुकती हैं। भोजन वगैरह में बसों के चालक-परिचालक करीब आधे घंटे का वक्त लेते हैं। इसको लेकर आए दिन यात्रियों और रोडवेज के चालक-परिचालकों में कहासुनी होती है। यात्रियों रमेश कुमार, सुदामा, चरन, ललित, नन्हकू आदि ने आरोप लगाया कि फ्री भोजन के फेर में चालक-परिचालक बिना विभाग की अनुमति के ही ढाबों पर गाड़ियां रोक देते हैं। भोजन करने में रोडवेज कर्मचारी करीब आधा घंटा बर्बाद कर देते हैं, जिससे उन्हें गंतव्य में पहुंचने में देरी होती है।
उधर, चालक-परिचालकों का कहना है कि उनके लिए कैंटीन की कोई व्यवस्था न होने से उन्हें मजबूरी में बसें ढाबों पर रोकनी पड़ती हैं। कई बार कैंटीन खोलने की मांग की गई। उधर, बिना अनुबंध वाले ढाबों पर यात्रियों की शिकायत को क्षेत्रीय प्रबंधक राज्य सड़क परिवहन निगम वाराणसी केके तिवारी ने गंभीरता से लेते हुए इस मामले में एआरएम गाजीपुर को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आरएम ने कहा कि अवैध रूप से बसें रोकने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एआरएम ने बस रोकने वाले चालक-परिचालकों को नोटिस जारी किया है।
इन ढाबों पर रेट का निर्धारण नहीं
गाजीपुर-वाराणसी हाईवे पर संचालित छोटे-बड़े किसी भी ढाबे पर कोई रेट निर्धारित नहीं है, जिससे ढाबा संचालक मनमाना कीमत वसूल करते हैं। सबसे अधिक खाद्य पदार्थों का रेट फत्तेहउल्लाहपुर स्थित रेस्टोरेंट की है। जो बिना पंजीकरण खाद्य सुरक्षा विभाग की मेहरबानी पर चल रहा है। आज तक खाद्य सुरक्षा विभाग ने किसी रेस्टोरेंट में खाद्य पदार्थों के नमूने नहीं लिए, ताकि यह पता चल सके कि हाईवे पर रुकने वाले राहगीरों को कैसा भोजन परोसा जा रहा है।