हाईवे पर कई किलोमीटर तक लोग चलते हैं रांग साइड, वाराणसी-आजमगढ़ मार्ग डिवाइडर में कट ना होने से परेशानी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी रिंग रोड से आगे वाराणसी-आजमगढ़ मार्ग फोरलेन है। इस पर सीधे आने-जाने वाली गाडिय़ां जहां फर्राटा भरतीं हैं तो कुछ स्थानों पर लोग उल्टी दिशा में चलते हैं। इससे कई बार दुर्घटना हो चुकी है।
रिंग रोड से थोड़ा आगे बनियापुर के पास ब्रह्म बाबा मंदिर चौराहा है। इस चौराहे पर पश्चिम की तरफ से तारापुर, फकीरपुर, सोनखे, साईं बेलवरिया गांव के लोग आते हैं। पूरब की तरफ से रजनहीया, हृदयपुर, सथवा सहित पहडिय़ां, कटहलगंज रोड से लोग आते-जाते हैं। इस प्रकार करीब 10 गांवों के लोगों का सीधा निकास ब्रह्म बाबा चौराहे पर है। इसके बाद ये सड़कें घूमते हुए आगे पश्चिम तरफ सिंधोरा रोड और पूरब तरफ गाजीपुर रोड में मिल जाती हैं। इस कारण काफी लोग इस मार्ग का प्रयोग करते हैं।
जब लोग चौराहे पर नहीं पहुंचते हैं तो दो किलोमीटर तक डिवाइडर में कट नहीं होने की वजह से लोग उल्टी दिशा में चल देते हैं। इस वजह से कई दुर्घटना हो चुकी है। थोड़ी सी असावधानी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्थानीय निवासी भोनू शर्मा, बुद्धू राजभर, राजेश सिंह, मनीष वर्मा, लक्ष्मी विश्वकर्मा, विपिन तिवारी का कहना है कि दो किलोमीटर दूर हनुमान मंदिर बड़वापुर या दूसरी तरफ दुर्गा माता मंदिर बनियापुर के सामने से कट है।
बलरामपुर बाजार के आगे भी समस्या
ब्रह्मबाबा की तरह ही बलरामगंज बाजार के आगे भी व्यस्ततम चौराहा है। पश्चिम तरफ की रोड से ढेरही, झरहिया, लखनपुर, रूपचंदपुर, मोहनीडीह, लाखी गांव के लोग और पूरब तरफ से लालमनकोट, सिंहपुर, दाउदपुर, हरदासीपुर, खरदहा आदि गांव के लोग चौराहे पर आते हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यहां डिवाइडर में कट जरूरी है।
डीएम ने वाराणसी-भदोही मार्ग से सरौनी गांव जाने वाली सड़क निर्माण पर लगाई रोक
एक ही सड़क पर दो विभागों की ओर से टेंडर व ठेकेदारों के विवाद का मामला सामने आने पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने वाराणसी-भदोही मार्ग से सरौनी गांव तक जाने वाले 2.6 किलोमीटर सड़क निर्माण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। साथ ही इसकी जांच अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय को सौंपी है।जिलाधिकारी ने जारी आदेश में कहा है कि इस सड़क के निर्माण को लेकर लोक निर्माण विभाग व जिला पंचायत की ओर से टेंडर जारी कर दिया गया। साथ दोनों की ओर से समानांतर निर्माण भी शुरू करा दिया गया है।
एक ही सड़क पर दो विभागों द्वारा कार्य कराने पर शासकीय धन की क्षति होगी। जिलाधिकारी ने जांच अधिकारी को निर्देशित किया है कि टेंडर फाइल व अभिलेख लेकर सड़क की जांच कर यह तय करें कि किस विभाग की ओर से कार्य होना चाहिए। दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी सुनिश्चित करें।