रेलवे में अब टेंडर की जगह लगेंगी ऑनलाइन बोलियां, निजी फर्मों और संस्थाओं से होगा करार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. रेलवे में निविदा की प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है। अब निविदा की जगह आनलाइन बोलियां लगेंगी। महज 12 दिन में बोली की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। निविदा प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए रेलवे बोर्ड ने टेंडर की जगह ई नीलामी व्यवस्था शुरू की है। निविदा की प्रक्रिया सरकार के ई-आक्शन प्लेटफार्म पर ई नीलामी के माध्यम से ही पूरी की जाएगी। अहर्ता पूरी करने वाला कोई भी व्यक्ति, निजी फर्म, कंपनी और संस्था ई नीलामी में भाग ले सकती है।
भारतीय रेल के 11 मंडलों में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार वाणिज्यिक आय और नान फेयर रेवेन्यू (गैर किराया राजस्व) संबंधित अनुबंधों को ई आक्शन प्लेटफार्म के माध्यम से पूरा करने का निर्णय लिया गया है। नई व्यवस्था के तहत पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ और वाराणसी मंडल सहित भारतीय रेल के 11 मंडलों में ई नीलामी के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत निविदा के स्थान पर ई नीलामी का प्रावधान किया गया है। ताकि अधिक से अधिक इच्छुक व्यक्ति और फर्म इसमे प्रतिभाग कर सकें।
12 दिन की नोटिस में ई नीलामी पूरी हो जाएगी
ई नीलामी से निविदा प्रक्रिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और कठिन नियम और शर्तों की अनिवार्यता समाप्त होंगी। प्रक्रिया पूरी होने में बेवजह समय भी नहीं लगेगा। 12 दिन की नोटिस में ई नीलामी पूरी हो जाएगी। ई नीलामी में भाग लेने वाले बोलीदाता की आवश्यक योग्यता उसका वित्तीय टर्न ओवर होगा। साथ ही स्वघोषित दस्तावेज अपलोड करना होगा। इसके लिए पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी। कोई भौगोलिक बाध्यता भी नहीं होगी।
दस्तावेज गलत पाए जाने पर जब्त हो जाएगी जमानत
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार स्वघोषित दस्तावेज गलत पाए जाने पर जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी। इस प्रक्रिया के सभी भुगतान आनलाइन होंगे। इच्छुक व्यक्ति, फर्म व संस्था आइआरईपीएस वेबसाइट पर ई नीलामी की जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर लखनऊ और वाराणसी के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक से संपर्क कर सकते हैं।