कासिमाबाद में भगवान भरोसे चल रहा गोआश्रय केंद्र, गर्मी से बचाव के नाम पर नाममात्र के उपाय - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के कबीरपुर कंसहरी गांव स्थित गौ आश्रय केंद्र भगवान भरोसे चल रहा है। गोवंशों के लिए आश्रय स्थल उनकी मौत का केंद्र बन चुका हैं। गोवंश कटीले तारों की चाहरदीवारी में सूखे पुवाल का भूसा खाने को मजबूर हैं, दर्जनों गोवंश की काफी पहले मौत हो चुकी है। गौ आश्रय स्थल पर औषधि केंद्र तो है, लेकिन समय पर कितनी जांच हो पाती है यह कह पाना मुश्किल है, गोवंश की स्थिति फिलहाल ठीक दिखाई नहीं दे रही है, सभी पशुओं की हड्डियां मानो दूर से ही रेखाएं बनाती हुई दिख रही हैं,
गौ आश्रय केंद्र पर कुछ मवेशी टीन शेड में थे तो वहीं कुछ बाहर परिसर में घूम रहे थे। पशुओं को गर्मी से बचाव के उपाय के नाम पर केवल नाममात्र उपाय किए गए हैं। जो नाकाफी थी तीन शेड का फर्श पक्का होने के बावजूद गर्मी से बचाव की व्यवस्था माकूल नहीं है। मवेशियों को हरा चारा नसीब नहीं है। उन्हें खाने के लिए मात्र सुखा पुवाल भूसा, चोकर दी जा रही है ।
आश्रय स्थल के चारों तरफ गंदगी का अंबार था। पशुओं की स्थिति देखकर भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी देखभाल में लापरवाही कितनी बरती जा रही है। इस केंद्र पर 80 पशु रखने की क्षमता है। मौके पर 40 मौजूद पाए गये। जिनका भरण पोषण के लिए 2 माह से अब तक भुगतान नहीं हुआ है। लेकिन फिर भी ग्राम प्रधान मुन्ना यादव के देख रेख में पशुओं का भोजन चल रहा है।