गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का एक और इनामी गुर्गा गिरफ्तार, दूसरे की तलाश
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/बाराबंकी. गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के गिरोह का फरार चला 25 हजार रुपये के इनामी पुलिस के हत्थे चढ़ा है। मुख्तार सहित 13 लोगों पर गैंगस्टर का मुकदमा एंबुलेंस प्रकरण के दृष्टिगत लिखा गया है। न्यायालय में पेश किए गए आरोपित को जेल भेज दिया गया है। गैंगस्टर के इस मुकदमे में अब मात्र एक 25 हजार का इनामी आरोपित फरार है।
कोतवाली नगर पुलिस ने 25 मार्च को गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा लिखा गया थ। जिसमें वांछित चल रहे मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद और मोहम्मद शाहिद पर एसपी ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया था। शाहिद गाजीपुर के सैदपुर थाना के अब्दुल हमीदनगर रौजा द्वार का मूल निवासी है जो वर्तमान में मोहम्मदाबाद थाना के मो. मंगल बाजार पुरानी कचहरी युसुफपुर में रह रहा था। सात अप्रैल को पुलिस ने मो. शाहिद को हिंद अस्पताल गेट के पास से गिरफ्तार किया है।
गैंगस्टर के मुकदमे में मुख्तार अंसारी को गैंग लीडर और उसके 12 गुर्गों को नामजद किया गया था। इस मुकदमे में अब लखनऊ वजीरगंज के रहने वाला मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद फरार है। जिसकी तलाश चल रही है। गौरतलब है कि मुख्तार ने अपने निजी प्रयोग के लिए 2013 में फर्जी पते पर एंबुलेंस एआरटीओ बाराबंकी में पंजीकृत कराई थी। इस संबंध में दो अप्रैल 2021 को कोतवाली नगर में जालसाजी का मुकदमा लिखकर 13 लोगों को जेल भेजा गया था।
यह है पूरा मामला : गाजीपुर का रहने वाला और मऊ से पूर्व विधायक रहा मुख्तार अंसारी पंजाब जेल में बंद था। जहां न्यायालय जाने व आने के लिए मुख्तार अंसारी ने 21 मार्च 2013 को एआरटीओ बाराबंकी में पंजीकृत मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डा. अलका राय के नाम की एंबुलेंस प्रयोग कराया था। यह एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 सबसे पहले 31 मार्च 2021 को चर्चा में आई। दो दिन बाद कोतवाली नगर में दो अप्रैल 2021 को अल्का राय पर जालसाजी का मुकदमा हुआ।