क्या आप जानते हैं? गृहजनपद में ही तैनात हैं गाजीपुर बिजली थाना के आधे से अधिक कर्मी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पावर कारपोरेशन से जनपद में चोरी रोकने के लिए दो साल पहले सृजित विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थाना के आधे से अधिक स्टाफ गृहजनपद में तैनात है। जिले में तैनात स्टाफ का ध्यान चोरी रोकने पर कम व्यक्तिगतहित साधने में अधिक रहता है।
शासन ने बिजली चोरी रोकने और इससे जुड़े मुकदमों के मामलों में त्वरित कार्यवाही के लिए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर बिजली थाना खोला है। रौजा पावर हाउस परिसर में 2019 में बिजली थाना स्थापित किया गया है। वर्ष 2020 की शुरुआत तक स्टाफ की तैनाती कर दी गई। गैरजनपदों से प्रभारी निरीक्षक, उपनिरीक्षक, हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल की तैनाती कर दी गई।
थाने पर तैनात कुल नौ में से करीब छह स्टाफ कृष्णमोहन सिंह, राजाराम यादव, दीपक चंदेल, विपिन बिहारी राय, रणजीत यादव गाजीपुर जिले के ही रहने वाले हैं। शाम होते ही पुलिसकर्मी घर चले जाते हैं। इतना ही नहीं बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज होने के बाद वह सेटिग के खेल में जुट जाते हैं। नियमानुसार गृहजनपद में तैनाती नहीं दी जा सकती है। बावजूद इसके ये लोग जमे हुए हैं। गाजीपुर बिजली थाने पर तैनात स्टाफ
प्रभारी निरीक्षक -1
उपनिरीक्षक -1
हेड कांस्टेबल -4
कांस्टेबल-3
थाना स्थापित करने के दौरान कुछ लोग गैरजनपदों से अपने जिलों में स्थानांतरण होकर तैनाती पा गए हैं। ऐसे लोगों को चिन्हितकर उन्हें जहां से आए और गृहजनपद के अलावा तैनात किया जाएगा। जल्द ही जिले में तैनात लोग हटाए जाएंगे।- एमएम बेग, एसपी पावर कारपोरेशन।