बनारस में पांच वक्त होगा हनुमान चालीसा का पाठ, श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की घोषणा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन ने काशी में पांच वक्त हनुमान चालीसा पाठ का संकल्प लिया है। मंगलवार को श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की ओर से शाम छह बजकर 18 मिनट पर अजान के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह काशी में पहले काशीवासियों की सुबह मंदिर में बज रहे सुप्रभात और हनुमान चालीसा के पाठ से होती थी लेकिन अब काशीवासियों की सुबह मस्जिदों से बजने वाले अजान से हो रही है। यह समझ में नहीं आ रहा है कि हम काशी में रह रहे हैं या काबा में।
इसलिए काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन ने यह फैसला लिया है कि रोज पांच वक्त काशीवासियों को हनुमान चालीसा का पाठ सुनाया जाएगा क्योंकि हनुमानजी ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जो अब भी धरती पर विराजमान हैं। इसलिए काशीवासियों की सुबह हनुमान चालीसा के पाठ से होनी चाहिए। इसके लिए अनुरोध किया गया है कि वे सभी मंदिरों पर पांच वक्त नमाज के समय हनुमान चालीसा बजाएं। इससे काशी की हिंदू संस्कृति पुन: अपने मूल रूप को प्राप्त हो सकेगी।
अभी तक छह लोगों ने साउंड स्पीकर खरीदा है। फेसबुक पेज पर स्पीकर लगाने और कब-कब बजाना है इस बारे में जानकारी दी गई। काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन के सुधीर सिंह के अनुसार काशी में सुप्रभात हर-हर महादेव और हनुमान चालीस से होना चाहिए। तेज आवाज में अजान बंद होनी चाहिए। लाउडस्पीकर से अजान से एक धर्म का मामला जुड़ा है तो सभी काे इससे परेशान क्यों किया जा रहा है।
तेज आवाज में अजान को लेकर कनार्टक, मुंबई और देश के कई शहरों से आवाज उठी है। समय-समय पर कई दिग्गज भी इस दिशा में अपनी बात रखें हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे की ओर से भी आंदोलन चलाया जा रहा है। राज ठाकरे ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर तीन मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वह आंदोलन छेड़ेंगे। मध्यप्रदेश के रतलाम में भी गत दिनों अजान विवाद की एंट्री हुई थी। रतलाम में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने लाउडस्पीकर से अजान होने पर आपत्ति जताई।