जौनपुर जिला अस्पताल में एक के बाद एक चार मरीजों की मौत, क्या CMO डॉ. लक्ष्मी सिंह के आएंगे बुरे दिन!
गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. संक्रमण के अगले दौर की वापसी के संकेतों में बीच बुधवार को जौनपुर जिला अस्पताल से चौंकाने वाली खबर सामने आने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। इस बाबत मीडिया में खबरें सामने आने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। चिंता की बात यह थी कि सभी चारों मरीज तीन दिन पूर्व ही भर्ती कराए गए थे और सभी की सांस फूल रही थी। सभी को कोरोना के ही लक्षण थे और जांच के बाद उनका इलाज शुरू भी किया जा चुका था।
जौनपुर जिला अस्पताल में भर्ती एक के बाद एक चार मरीजों की बुधवार को लगातार मौत हाे गई। एक साथ चार मौतों से अस्पताल में अचानक अफरा-तफरी मच गई। उसी वार्ड में भर्ती मरीज वंदना ने बताया कि एक के बाद एक चार मरीजों की मौत हो गई है। इस बाबत सीएमओ डाक्टर लक्ष्मी सिंह का कहना है कि चारों मरीजों के फेफड़े 95 फीसद से ज्यादा खराब थे। इसके चलते उनकी हालत गंभीर होने पर ही उनको अस्पताल लाया गया था मगर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
दरसअल, तीन दिन पहले कलावती, केदारनाथ, फत्तूराम और इंद्रा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों के मुताबिक, चारों मरीज की सांस फूल रही थी। डॉक्टरों ने कोविड टेस्ट कराने के बाद सभी का इलाज शुरू कर दिया। सीएमएस डॉ. अनिल शर्मा ने बताया कि दिन- प्रतिदिन इनकी हालत बिगड़ती जा रही थी। बुधवार की दोपहर इन चारों मरीज की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की किल्लत से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जिला अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट पूरी क्षमता से 24 घंटे चल रहे हैं।
वहीं चारों की मौत के बाद अफवाह यह फैली कि आक्सीजन की कमी से ही सभी मरीजों की मौत हुई थी। इसके बाद परिजनों में रोष भी फैल गया। हालांकि, विवाद को थामने के लिए चिकित्सकों ने परिजनों से बात कर उनकी गंभीर स्थिति के बारे में बताया और परिजन अस्पताल से शव को लेकर वापस लौट गए। वहीं जिले में सांस फूलने से एक साथ चार मरीजों की एक ही दिन मौत होने की चर्चा ने लोगों को सकते में डाल रखा है।