वाराणसी में छापेमारी कर दो लाख की नकली दवाई जब्त, फर्जी मोहर भी बरामद
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. खुफिया विभाग की सूचना के आधार पर ड्रग विभाग की टीम ने गुरुवार की शाम जैतपुरा चौराहे स्थित विकास फार्मा में छापेमारी की। इस दौरान करीब दो लाख की नकली दवाएं पकड़ी गई। इसमें कुछ ऐसी दवाएं थी जो प्रतिबंधित हैं और पशुओं में दूध बढ़ाने के लिए अवैध रूप से उपयोग की जाती है। इसके अलावा भारी मात्रा में फिजिशियन सैंपल व मिथ्याछाप दवाएं भी शामिल हैं। टीम ने सभी दवाएं जब्त कर जांच के लिए सात नमूने एकत्रित किया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के औषधि निरीक्षक डा. एके बंसल व संजय दत्त ने गुप्त सूचना पर छापेमारी की। डा. बंसल ने बताया कि टीम विकास फार्मा के यहां प्रोपाइटर को छापेमारी का प्रयोजन बता कर तलाशी की बात की गई तो उसने इनकार कर दिया। इस फर्म के लाइसेंस भी वैध है, लेकिन इसकी आड़ में अवैध कारोबार चल रहा था। बताया कि छापेमारी में भंडारित भारी मात्रा में स्पूरियस (मिथ्याछाप)/ फिजिशियन सैंपल मिला, जिसपर नाट फार सेल लिखा था।
इस संबंध में पूछताछ करने पर फर्म स्वामी क्रय-विक्रय अभिलेख दिखाने में भी असमर्थ रहा। इस कार्रवाई दौरान भीड़ भी जुट गई, जिसके बाद टीम ने पुलिस बुलाई। छापेमारी के दौरान टीम ने मौके पर पाई गई नकली दवाएं जब्त करने के साथ ही सात सैंपल सील-मुहर किए गए। इस पर विकास विश्वकर्मा का हस्ताक्षर लिया गया। बताया कि पकड़ी दवाओं की कीमत दो लाख रुपये हैं।
आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी। मालूम हो कि कुछ माह पहले ही सुदरपुर क्षेत्र में नकली वैक्सीन, जांच किट आदि पकड़ी गई थी। इस मामले में सभी दोषी जेल में हैं। इसके बाद कुछ दिन पहले ही शिवपुर क्षेत्र में नकली सैनिटाइजर बनाने वालों को पकड़ा गया था। ड्रग विभाग की इस कार्रवाई से ड्रग माफियों में हड़कंप की स्थिति है। अधिकारियों ने कहा कि अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।