मिड-डे-मील में गबन के आरोपियों पर दर्ज होगा केस - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित विद्यालयों के नाम से मिलते जुलते नाम पर विद्यालय खोलकर मीड डे मील की आठ लाख 30 हजार रूपया डकारने वालों के खिलाफ बीएसए हेमंत राव ने मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए निर्देश जारी कर दिया है। जबकि इन विद्यालयों के संचालकों के खिलाफ समाज कल्याण अधिकारी विकास राम विलास यादव ने 22 मार्च को हीं मुकदमा पंजीकृत करा दिया है। समाज कल्याण व बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है।
जनपद में समाज कल्याण विभाग की ओर से अनुसूचित बेसिक कन्या प्राथमिक विद्यालय उचौरी ककरैहीं सैदपुर, अनुसूचित बेसिक प्राइमरी पाठशाला रमेरेपुर दौलतपुर सैदपुर, अनुसुचित प्राइमरी कन्या पाठशाला करीमुद्दिनपुर डाढीकाला मठिया, मरदह ब्लाक में संचालित होते है। इन विद्यालयों के नाम से मिलते जुलते एमडीएम अनुसूचित प्राइमरी पाठशाला ककरैही, एमडीएम अनुसूचित प्राइमरी पाठशाला रमदेपुर, अनुसुचित प्राइमरी पाठशाला करीमुद्दीनपुर कागज में हीं फर्जी ढंग से चलाए जा रहे थे।
विद्यालयों के फर्जी प्रबंधकों ने बीएसए व समाज कल्याण अधिकारी का पत्र लगाकर इंण्डियन बैंक गोराबाजार में विद्यालय के प्रबंधक बताकर खोला भी गया था। मामला यहीं नहीं थमा, इन फर्जी विद्यालयों के नाम से खोले गए खाते में मीड डे का भी धनराशि में चली गयी। इसमें समाज कल्याण अधिकारी विकास राम विलास यादव ने बताया कि इंडियन बैंक गोराबाजार में इन तीनों विद्यालयों में प्रधानाचार्य के नाम से खाता खोला गया था।
जिसमें बैंक पासबुक, आधार व पैन नंबर लगाए गए थे। इसमें काशीनाथ यादव, स्मित पटेल, सुषमा सिंह तीनों को प्रधानाचार्य बताया गया था। जबकि प्रभावती देवी ग्राम सलारपुर पोस्ट गोशेन्देपुर को तीन विद्यालयों का प्रबंधक बताकर खाता खोला गया था। इनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत है। बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि इनसे मीड डे मील की धनराशि की रिकवरी करने के लिए मुकदमा पंजीकृत कराने का निर्देश जारी कर दिया गया है। वहीं इसके सभी बिंदुओं पर जांच भी करायी जा रही है।