Bhagya Laxmi Yojana: बहुत ही फायदेमंद है यूपी सरकार की भाग्यलक्ष्मी योजना, जानें कैसे मिलेगा इसका लाभ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में भाग्यलक्ष्मी योजना (bhagya laxmi yojana) नवजात कन्याओं को लेकर एक बहुत ही अच्छी योजना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस योजना से अब गर्भपात कम होगा साथ ही साथ बेटियों का भविष्य भी सुरक्षित होगा।
योगी सरकार की भाग्यलक्ष्मी योजना (bhagya laxmi yojana) बेटी यानी कि लक्ष्मी के लिए सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली योजना। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को सहायता प्रदान करना है जिसमें लड़की के जन्म से लेकर उसकी शादी तक के ऊपर होने वाले खर्च और जरूरतों को पूरा किया जा सके और उनके माता-पिता को बेटी की शादी तक किसी तरह की परेशानी न उठानी पड़े।
लिंगानुपात कम करने के लिए है योजना-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस योजना का उद्देश्य लिंगानुपात को कम करना है। आपको बता दें कि हमारे देश भारत में लड़कियों के अपेक्षा लड़कों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और लड़कियों की संख्या लगातार कम हो रही है। लगातार बेटियों की संख्या कम होना सरकार के लिए चिंता की विषय बन गई है।
योगी सरकार इस समस्या को रोकने के लिए और भ्रूण हत्या बंद कराने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है जिसके बाद भी कई ऐसे राज्य हैं जहां पर बेटियों की संख्या में बहुत ही ज्यादा कमी आ गई है। एक तरफ जहां हरियाणा में बेटियों की संख्या कम थी अब वहां बेटियों की संख्या में सुधार हुई है वहीं दूसरी तरफ बिहार उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल में बेटियों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है।
उत्तराखंड में भी बेटियों की संख्या लगातार कम हो रही है। सरकार लिंगानुपात बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है और योगी सरकार के द्वारा इन्हीं योजनाओं में से एक योजना है महालक्ष्मी योजना। उत्तर प्रदेश में कई लोगों का कहना है कि उनके परिवार में आर्थिक तंगी है और वह बेटियों का खर्च नहीं उठा सकते इसी कारण वह गर्भपात करा देते हैं। सरकार इस समस्या को रोकने के लिए महालक्ष्मी योजना की शुरुआत की है।
बॉन्ड 21 साल में मैच्योर होकर 2 लाख का हो जाता है।
बेटी के पालन-पोषण के लिए जन्म के समय मां को अलग से 5100 रुपए मिलते हैं।
बच्ची के कक्षा 6 में पहुंचती है तो 3 हजार की मदद दी जाती है।
इसके बाद कक्षा 8 में 5000 की मदद सरकार द्वारा दी जाती है।
बेटी के दसवीं कक्षा में पहुंचने पर 7 हजार की मदद दी जाती है।
इंटर में 8 हजार रुपये बेटी के खाते में जमा किए जाते हैं।
इस तरह बेटी की पढ़ाई के दौरान सरकार कुल 23 हजार रुपयों की मदद सरकार करती है।
ये लोग ले सकेंगे योजना का लाभ-
आपको बता दें कि यूपी सरकार के इस योजना का लाभ केवल बीपीएल परिवार के लोगों को ही मिलेगा।इसके अलावा परिवार की आय प्रति वर्ष दो लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
इन शर्तों का पालन करना है जरूरी-
- भाग्य लक्ष्मी योजना का लाभ उन बेटियों को मिलेगा जिनका जन्म 2006 के बाद हुआ है।
- बेटी के जन्म के एक महीने के भीतर आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीयन करना जरूरी है।
- इसके साथ ही बेटी की शिक्षा सरकारी स्कूल में होनी चाहिए।
- बेटी की शादी 18 साल से पहले नहीं होनी चाहिए।
- सरकारी कर्मचारी को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
इन प्रमाण पत्रों का होना अनिवार्य
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट पासबुक
- माता-पिता का आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर