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पूर्व विधायक विजय मिश्र सहित 8 पर गैंगस्टर, पुलिस ने कसा शिकंजा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही. आगरा जेल में बंद भदोही जिले के पूर्व विधायक विजय मिश्र पर पुलिस का शिकंजा कसता ही जा रहा है। शातिर अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक भदोही के निर्देशन में अपराधों की रोकथाम और संगठित अपराधियों के विरुद्ध लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में जिला पुलिस की ओर से विजय मिश्रा सहित उनके करीबियों व अन्‍य पर संगठित अपराध अधिनियम के तहत गैंगस्‍टर की कार्रवाई की गई है।

इस मामले में विजय मिश्रा के पुत्र विष्‍णु मिश्रा को भी अभियुक्‍त बनाया गया है। जमीन और संपत्ति कब्‍जे सहित दुष्‍कर्म व सामूहिक दुष्‍कर्म और अन्‍य आपराधिक मामलों को लेकर पूर्व विधायक पुलिस के निशाने पर लंबे समय से रहे थे। अब आगरा जेल में विजय मिश्रा को रखा गया है। वहीं गिरोह को डी -12 का नाम दिया गया है। 

थाना गोपीगंज पुलिस द्वारा बुधवार को पेशेवर/शातिर अभियुक्तों के तौर पर आठ लोगों पर गैंगस्‍टर के तहत कार्रवाई की गई है- 

1-विजय मिश्रा पुत्र स्व. रामदेव मिश्रा निवासी खपटिहा थाना हंडिया जनपद प्रयागराज हाल पता कौलापुर थाना गोपीगंज जनपद भदोही (गैंग लीडर)

2- विष्णु मिश्रा पुत्र विजय मिश्रा निवासी खपटिहा थाना हंडिया जनपद प्रयागराज हाल पता कौलापुर थाना गोपीगंज जनपद भदोही

3- विकास मिश्रा उर्फ ज्योति पुत्र प्रकाश चंद्र मिश्रा निवासी कौलापुर थाना गोपीगंज जनपद भदोही

4- गिरधारी प्रसाद पाठक पुत्र स्व. जनार्दन प्रसाद पाठक निवासी महेरा थाना लालापुर जनपद प्रयागराज हाल पता अमवा थाना गोपीगंज जनपद भदोही

5-हनुमान सेवक पांडे पुत्र श्री नाथ पांडे निवासी महेरा थाना लालापुर जनपद प्रयागराज हाल पता इब्राहिमपुर थाना गोपीगंज जनपद भदोही

6- मनीष मिश्रा पुत्र राम जी मिश्रा निवासी खपटिहा थाना हंडिया जनपद प्रयागराज हाल पता कौलापुर थाना गोपीगंज जनपद भदोही

7-सतीश मिश्रा पुत्र राम जी मिश्रा निवासी खपटिहा थाना हंडिया जनपद प्रयागराज हाल पता कौलापुर थाना गोपीगंज जनपद भदोही

8-सुरेश केसरवानी पुत्र देवी प्रसाद निवासी नारेपार सीतामढ़ी थाना कोइरौना जनपद भदोही

इन सभी लोगों के विरुद्ध गोपीगंज थाने पर उप्र गिरोह बंद एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। उक्त गैंग के सदस्यों के अपराधिक इतिहास और सक्रियता के साथ ही लगातार निगरानी के मद्देनजर उनके विरुद्ध अंतर्जनपदीय गैंग (डी-12) के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।

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