आज से चार माह तक बैंड-बाजा-बरात, इस बार विवाह के लिए कई शुभ मुहूर्त
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. भगवान भास्कर के मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करते ही गुरुवार को सुबह 10.53 बजे खरमास का समापन हो गया। साथ ही शादी विवाह समेत मंगल कार्य आरंभ हो गए जो नौ जुलाई तक चलेगा। आषाढ़ शुक्ल एकादशी यानी हरिशयनी एकादशी पर दस जुलाई को प्रभु श्रीहरि के विश्राम पर जाने के साथ चातुर्मास लग जाएगा। इसके साथ एक बार फिर चार माह तक के लिए मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा।
फिर गूंजेगी शहनाइयां, 4 महीने में विवाह के 41 मुहूर्त
सूर्य देव 14 अप्रैल 2022 को मेष राशि में प्रवेश कर गए हैं। इसी के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा और शुभ कार्यों पर लगी पाबंदियां भी खत्म हो जाएंगी। अब खरमास समापन से लेकर देवशयन एकादशी तक पूरे चार महीने के लिए सभी शुभ कार्यों से पाबंदी हट जाएगी। ज्योतिषाें के अनुसार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजकर 56 मिनट पर होगा। इसके बाद जो भी विवाह के शुभ मुहूर्त हैं, उनमें वर के लिए सूर्य और चंद्र की शुभता को ध्यान में रखना होगा। जबकि वधु के लिए बृहस्पति स्वराशि में होने के कारण अशुभ होते हुए भी शुभ रहेंगे। ऐसे में वधू के विवाह के लिए त्रिबल शुद्ध मुहूर्त निकालने के लिए सिर्फ चंद्रबल देखने की ही आवश्यकता रह जाएगी।
विक्रम संवत्सर 2079 में खरमास की समाप्ति के बाद शादी-विवाह, देव प्रतिष्ठा, भवन निर्माण, गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य 14 अप्रैल से प्रारंभ हो जाएंगे। ये पाबंदी 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी तक रहेगी। खरमास से देवशयनी एकादशी तक 4 महीने में विवाह के कई शुभ मुहूर्त होंगे।
लगन-मुहूर्त
अप्रैल में दस : 14, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 27
मई में बीस: 2, 3, 4, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 19, 20, 21, 22, 24, 25, 26, 31
जून में अट्ठारह : 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13,14, 15, 16, 17, 21, 22, 23, 30
जुलाई में आठ: 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9