गाजीपुर साइबर सेल ने लौटाई पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान, वापस कराए 363564 रुपए - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर की साइबर सेल ने फ्राड के 15 मामलों में कार्यवाही करते हुए पीड़ितों का पैसा वापस उनके खाते में भिजवाया है। पुलिस विभाग की साइबर सेल द्वारा की गई। इस कवायद से साइबर क्राइम का शिकार हुए लोगो ने अपने पैसे वापस पाने पर टीम के लोगों को धन्यवाद दिया है।
साइबर सेल के उप निरीक्षक वैभव मिश्र ने बताया कि हमारी गाजीपुर साइबर टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए 15 पीड़ितों के कुल 363564 रुपए पीड़ितों के खाते में वापस कराए हैं, जिनमें बसंतराय मोहम्मदाबाद के 50,000, गाजीपुर के संजय राय के 20000, सुहवल थाना क्षेत्र के अल्ताफ के 10,000, भांवरकोल थाना क्षेत्र के मिथिलेश राय के 42486, शहर कोतवाली की मनीषा कुमारी के 25000, नगसर थाना अंतर्गत निवासी शिव शंकर सिंह के 20000, इसके अलावा मलखान सिंह के 2079, मीरा देवी के 44500, राम नगीना यादव के 13900, रजनू राम के 20000, सुनील यादव के 5800, चंद्र भूषण सिंह यादव के 9999, अजय यादव के 50,000, रामबदन यादव के 30,000 और रमेश चौहान के 20000 रुपये पीड़ितों के खाते में वापस कराए गए। यह सभी पीड़ित साइबर अपराधियों द्वारा ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए थे।
सतर्क रहने की जरूरत
आनलाइन तकनीक के इस युग में लगभग हर व्यक्ति कंप्यूटर अथवा मोबाइल से जुड़ा हुआ है। तकनीक के माध्यम से साइबर अपराधी भी अपराध करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। जिसमें एक तरीका फर्जी कस्टमर केयर के माध्यम से लोगों के रुपये ठगना है। ऐसा करते समय कुछ सावधानियां बरतने की अत्यंत जरूरत है, क्योंकि साइबर अपराधी किसी भी तरह की एक चूक की ताक में रहते हैं।
फेसबुक ट्विटर से लेकर गूगल तक ये अपराधी फेक कस्टमर केयर नंबर डालकर अपना जाल फेंकते हैं। साइबर अपराधी किसी बैंक, कंपनी या संस्था की वेबसाइट से मिलती जुलती वेबसाइट बनाने से लेकर सोशल साइटों व गुगल मैप आदि पर गलत नंबर डाल देते हैं। जिस कारण लोग असल और फर्जी वेबसाइटों में अंतर नही कर पाते और इन नंबरों को ही अधिकारिक नंबर समझ लेते हैं। इस तरह के साइबर अपराधियों के झांसे में आकर लोग धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।