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दिसंबर के अंत तक दौड़ने लगेगी 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से मुखातिब सीआरबी विनय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें दिसंबर के अंत तक दौड़ने लगेगी। शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के बदले वंदे भारत एक्सप्रेस का रैक चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उसके बाद शयनयान श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे। बताया कि प्लेटफार्म से वॉटर वेंडिंग मशीनें पूरी तरह से हटा दी जाएंगी।

ट्रेन में बॉयो टॉयलेट लिकेज की समस्या के सवाल पर सीआरबी ने सबंधित अधिकारी को निर्देश दिया। बताया कि विकास कार्यों में जमीन की कमी आड़े नहीं आएगी। रक्षा संपदा ने द्वितीय प्रवेश द्वार पर भूमि उपलब्ध करा दिया है। प्रस्तावित तीसरे प्रवेश द्वार पर फिलहाल जमीन की कोई आवश्यकता नहीं है।

बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र में चल रही रेल परियोजनाएं अंतिम चरण में हैं, कुछ महीनों में ही मूर्त रूप ले लेंगी जिसका लाभ वाराणसी परिक्षेत्र की जनता को मिलने लगेगा। इसके अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर चेयरमैन रेलवे बोर्ड ने कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों एवं उनके पदाधिकारियों से संवाद किया और उनकी समस्या का संज्ञान लिया। समस्याओं के शीघ्र निस्तारित कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि भारतीय रेल एक परिवार है तथा भारतीय रेल का प्रत्येक कर्मचारी इसकी निधि और प्राथमिकता भी है।

वाराणसी कैंट स्‍टेशन के निरीक्षण से पहले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय कुमार त्रिपाठी ने लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर वाराणसी मंडल कार्यालय में अधिकारियों संग बैठक कर विभिन्न रेल परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने परिचालनिक सुगमता, दोहरीकरण, विद्युतीकरण, यार्ड रिमाडलिंग, यात्री सुविधाओं के विकास कार्यों एवं इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कार्यों की प्रगति का पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रजेंटेशन देखा और नियत समय में कार्यों के निष्पादन के लिए सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

निर्माण कार्यों को मानक के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ लक्ष्यावधि में ही पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने रेल अधिकरियों को निर्देश दिया कि जिन गाड़ियों में भीड़ अधिक होती है, उन गाड़ियों में स्थाई रूप से अतिरिक्त कोच लगाने की व्यवस्था करें। यात्रियों की मांग के अनुरूप लम्बी दूरी की गाड़ियों में लगाये गये अस्थाई कोचों को स्थाई कर रेगुलर करें। बैठक में डीआरएम सुरेश कुमार सपरा, डीआरएम रामश्रय पांडेय सहित उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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