योगी आदित्यनाथ को दो तिहाई, बाकी में हुई सबकी लड़ाई- भीम आर्मी के रावण को कई बूथों पर शून्य वोट मिले
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. विकास और सुशासन के जरिये प्रदेश की सत्ता पर दोबारा काबिज होने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भगवा गढ़ में क्या क्रेज है, वोटों के आंकड़े इसकी बानगी हैं। कुल पड़े मतों का 66 प्रतिशत से अधिक योगी आदित्यनाथ को मिला है। गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडऩे वाले योगी ने न केवल 90 प्रतिशत बूथों पर जीत हासिल की बल्कि 75 से अधिक बूथों पर सपा का सफाया सा कर दिया।
इन बूथों पर योगी को अपनी प्रतिद्वंद्वी सुभावती शुक्ला के मुकाबले पांच से दस गुना अधिक वोट मिले। हालांकि मुस्लिम बहुल इलाकों में कुछ ऐसे भी बूथ रहे जहां हिन्दुत्व के सबसे बड़े झंडाबरदार को सपा के मुकाबले कम वोट मिले। योगी को कड़ी चुनौती देने का दावा करते हुए मैदान में उतरे आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर का तो कई बूथों पर खाता भी नहीं खुला।
75 से अधिक बूथों पर योगी को मिले सपा प्रत्याशी के मुकाबले पांच से दस गुना अधिक वोट
विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना के दौरान पहले चक्र में 5826 वोट पाकर बढ़त बनाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अंतिम चक्र तक आगे ही बढ़ते रहे। दूसरे राउंड में 11 हजार से अधिक वोट तक पहुंच चुके योगी की बढ़त का अंतर तीसरे राउंड के समापन तक 12 हजार से अधिक हो गया था। प्राथमिक विद्यालय मोगलहा के कमरा नंबर एक में बने बूथ संख्या 45 पर योगी को सर्वाधिक 625 वोट मिले। हालांकि तीसरे राउंड में ही मुस्लिम बहुल फत्तेपुर के बूथ संख्या 48 और 49 पर उन्हें सपा प्रत्याशी सुभावती के मुकाबले कम वोट हासिल हुए। एक-दो नहीं बल्कि दर्जनों ऐसे बूथ रहे, जहां योगी को 500 से अधिक वोट मिले जबकि विपक्षी 60 से 80 वोटों पर ही सिमट गए।
गोरखनाथ मंदिर के बूथ पर प्रचंड जीत
गोरखनाथ कन्या बेसिक शिक्षा परिषद, पुराना गोरखपुर के सात बूथों पर भाजपा प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ को जबरदस्त जनसमर्थन मिला। योगी के अपने बूथ संख्या 249 को छोड़ दें तो बाकी के छह बूथों में से किसी पर भी सपा प्रत्याशी को 100 वोट नहीं मिला। इन सभी बूथों पर योगी को जहां 2711 वोट मिले वहीं सपा प्रत्याशी 383 वोटों में ही सिमट गईं। दो बूथ तो ऐसे रहे जहां सुभावती को 14 और 17 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।
मुस्लिम बहुल इलाकों में मिले कम वोट
नथमलपुर, चक्सा हुसैन, जाहिदाबाद, भेडिय़ागढ़, पुराना गोरखपुर, मियां बाजार, चिलमापुर जैसे कई मुस्लिम बहुल इलाकों में योगी को सपा प्रत्याशी के मुकाबले कम वोट मिले। मियां गल्र्स इंटर कालेज जाहिदाबाद के बूथ पर भाजपा प्रत्याशी को महज नौ वोट मिले जबकि सपा को 405। जाहिदाबाद के बाकी बूथों पर भी योगी को 18 और 32 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।
भाजपा का गढ़ साबित हुए यह इलाके
मोहरीपुर, जंगल सालिकराम, बिछिया, साहबगंज, बौलिया रेलवे कालोनी, जटेपुर, हुमांयूपुर, बशातरपुर, महावीरपुरम, जंगल नकहा, हजारीपुर, एमपी पालीटेक्निक गोरखनाथ, रुस्तमपुर समेत तमाम मोहल्ले ऐसे रहे, जो भाजपा का गढ़ साबित हुए। इन इलाकों के बूथों पर सपा को 37, 44, 58, 69, 89 वोट ही मिले।
शून्य पर सिमट गए रावण
योगी के खिलाफ चुनाव लडऩे के लिए सहारनपुर से गोरखपुर आए आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण चुनाव में अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। उन्हें महज 7640 वोट ही मिले। कर्मचारी कल्याण भवन संघ इंजीनियरिंग कालेज, इंदिरा नगर बिलंदपुर, सीनियर सेकेंड्री स्कूल, जनता भारती स्कूल दाउदपुर, सीनियर सेकेड्री स्कूल मंगला देवी मंदिर जैसे दर्जन भर बूथ पर तो चंद्रशेखर का खाता भी नहीं खुला। उन्हें शून्य वोट मिले। इसमें भी दर्जनों बूथ ऐसे रहे जहां उन्हें एक, दो या पांच वोटों से संतोष करना पड़ा।
चेतना को कई बूथों पर पांच वोट भी नहीं मिले
भाजपा प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ के मुकाबले कांग्रेस प्रत्याशी चेतना पांडेय का प्रदर्शन भी बेहद निराशाजनक रहा। कुल 2880 वोटों पर सिमट जाने वाली कांग्रेस प्रत्याशी लगभग तीन चौथाई सीटों पर इकाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर सकीं। प्राथमिक विद्यालय पुराना गोरखपुर, गोरखनाथ बूथ, बौलिया रेलवे कालोनी, राजकीय पालीटेक्निक, राष्ट्रीय इंटर कालेज बौलिया कालोनी जैसे लगभग दर्जनभर बूथों पर उनका भी खाता नहीं खुला और वह शून्य पर सिमट गईं। कई सीटों पर तो उन्हें पांच से भी कम वोट मिले।