लापरवाही बरतने पर शादियाबाद थाना प्रभारी और उपनिरीक्षक निलंबित - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पिछले दिनों भदौरा गांव में परिवार की लड़की से छेड़छाड़ का विरोध करने पर किसान की हत्या के मामले में लापरवाही सामने आने के बाद मंगलवार की रात शादियाबाद थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्या व उपनिरीक्षक यज्ञ नारायण यादव को निलंबित कर दिया गया। पहली बार थाने की कमान महिला थाना प्रभारी तारावती यादव को सौंपी गई है।
बीते 22 फरवरी को थाना क्षेत्र के भदौरा उर्फ धिनहा गांव में छेड़खानी के विवाद को लेकर कैलाश यादव की लाठी डंडे से पीटकर उस समय जब हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने एक साथी के साथ खेत से लौट रहे थे। घटना के बाद स्वजन ने थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्या व उप निरीक्षक यज्ञ नारायण यादव पर लापरवाही का आरोप लगाकर मार्ग जाम कर दिया था।
स्वजन का कहना था कि पड़ोसी दबंग का भाई उनके परिवार की लड़की को स्कूल आते-जाते छेड़छाड़ करता है। स्वजन ने इसकी शिकायत पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित पक्ष को ही समझौता कराने का दबाव बनाने के लिए पूरे दिन थाने में बैठा दिया था। इसके बाद दबंग ने अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह के सामने स्वजन ने आरोप लगाया था कि कई बार तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस की लापरवाही से कैलाश यादव की जान गई। एसपी ने चुनाव आयोग से अनुमति के बाद थाना प्रभारी व उपनिरीक्षक पर कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया था।
मंगलवार की रात्रि एसपी ने दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की। साथ ही शादियाबाद थाने की कमान महिला थाना प्रभारी तारावती यादव को सौंपी है। पुलिस हत्यारोपितों को अभी तक पकड़ नहीं पाई। कैलाश यादव के भतीजे संतोष यादव की तहरीर पर पुलिस ने हंसनाथ यादव, अमरनाथ यादव, धर्मराज यादव, प्रताप यादव व श्यामकुमार के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
घटना को हुए दस दिन बीत गए, लेकिन थानाध्यक्ष व दारोगा ने आरोपितों को नहीं पकड़ा। स्वजन का आरोप था कि दोनों आरोपितों से मिले हुए हैं। शायद यहीं वजह है कि आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गई।