गाजीपुर में 7 सीटों पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर, कई सीटों पर होगा रोचक मुकाबला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। अब मतगणना का इंतजार प्रत्याशी और मतदाता दोनों कर रहे हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव में जहां जिले की 6 विधानसभाओं में सपा ने जीत हासिल की थी, वही मोहम्मदाबाद विधानसभा पर कौमी एकता दल ने कब्जा जमाया था। जबकि 2017 के चुनाव में 3 विधानसभाओं में भाजपा, दो विधानसभाओं में सुभासपा जबकि सपा ने 2 विधानसभाओं में जीत हासिल किया था। गाजीपुर में भी कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा इस चुनाव में दांव पर लगी हुई है।
सपा और भाजपा के बीच है कड़ा मुकाबला
गाजीपुर सदर सीट पर 2012 के विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के विजय मिश्र ने जीत हासिल की थी। जबकि 2017 में बीजेपी प्रत्याशी डॉ संगीता बलवंत विजई हुई थी। इस बार 2022 के चुनाव में भी यहां पर सपा और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है।
सपा ने जंगीपुर में भाजपा को दी थी मात
जंगीपुर विधानसभा सीट पर 2017 में सपा के वीरेन्द्र यादव ने भाजपा के रामनरेश कुशवाहा को करीब 2800 मतों से पराजित किया था। वहीं 2012 में जंगीपुर विधानसभा के चुनाव में सपा के कैलाश यादव ने बसपा के मनीष पांडे को करीब दस हजार मतों से पराजित किया। 2022 के जंगीपुर विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच है।
भाजपा ने सुनीता सिंह को बनाया प्रत्याशी
जमानिया विधानसभा चुनाव 2012 में समाजवादी पार्टी के ओमप्रकाश सिंह ने बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर कुशवाहा को हराया था। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ओमप्रकाश सिंह फिर से मैदान में थे। जिनके खिलाफ बीजेपी ने सुनीता सिंह को चुनाव मैदान में उतारा। सुनीता सिंह ने बसपा के अतुल राय को 9264 वोट के अंतर से हरा दिया। ओमप्रकाश सिंह तीसरे स्थान पर रहे। 2022 चुनाव में सपा से ओमप्रकाश, भाजपा से सुनीता सिंह और बसपा से परवेज खान मैदान में है। जिनके बीच त्रिकोणीय लड़ाई है।
2017 में सुभासपा के उम्मीदवार ने फहराया था परचम
जखनिया सुरक्षित से विधानसभा चुनाव 2012 में समाजवादी पार्टी से सुब्बा राम निर्वाचित हुए थे। वहीं 2017 में भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी भाजपा गठबंधन से त्रिवेणी राम निर्वाचित हुए थे। वर्तमान विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी तथा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बेदी राम तथा भारतीय जनता पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी रामराज के बीच कांटे का मुकाबला है।सैदपुर विधानसभा के 2012 और 2017 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के सुभाष पासी विधायक चुने गए।
भाजपा की अलका राय और सपा से सुहेब अंसारी के बीच है मुकाबला
इस बार 2022 के चुनाव में सपा छोड़कर भाजपा से प्रत्याशी बने सुभाष पासी का मुकाबला सपा के अंकित भारती से है। मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से 2012 में कौमी एकता दल के शिवगतुल्लाह अंसारी निर्वाचित हुए थे। जबकि 2017 में भाजपा की अलका राय ने जीत हासिल की। इस बार 2022 के चुनाव में भाजपा की अलका राय और सपा से सुहेब अंसारी के बीच कड़ा मुकाबला है।जहूराबाद विधान सभा क्षेत्र में 2012 के विधान सभा चुनाव में सपा की सैयदा शादाब फातिमा ने जीत दर्ज की थी, उसके बाद 2017 में भाजपा गठबंधन से सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर ने जीत दर्ज की। 2022 के विधान सभा चुनाव में भाजपा से कालीचरण राजभर तो सपा सुभासपा गठबंधन से ओम प्रकाश राजभर और बसपा से पूर्व मंत्री सैयदा शादाब फातिमा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।