गाजीपुर का जवान शहीद, श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उमड़ा जनसैलाब - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. अमृतसर में थल सेना में तैनात गाजीपुर के कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के आवरवाकोल गांव निवासी सत्यपाल सिंह कुशवाहा (40) पुत्र रामकृत सिंह कुशवाहा को बीते दो दिन पहले तबीयत खराब होने के दौरान अमृतसर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां चिकित्सकों ने ब्रेन हेमरेज के मौत की पुष्टि की। गुरुवार की देर रात सेना के अधिकारियो द्वारा मौत होने की सूचना परिजनों को दी गई।
जवान सत्यपाल सिंह कुशवाहा का शव शनिवार के दिन दोपहर बाद को घर पहुंचा। शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। इस दौरान सत्यपाल सिंह कुशवाहा अमर रहे का नारा गूंजते रहे।
गांव में जवान का पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए घर के बाहर मैदान में तिरंगे में लपेटकर रखा गया था। वह साल 2000 में सेना में भर्ती हुए थे। 104 पीवीसी इंजीनियर मुंबई में थल सेना ज्वाइन किया था। वर्तमान में अमृतसर में हवलदार के पद पर तैनात थे।
भारतीय थल सेना के अधिकारियों के नेतृत्व में सेना के जवानों ने फूल मालाएं अर्पित कर गार्ड ऑफ ऑनर देकर उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दौरान हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने सत्यपाल सिंह कुशवाहा अमर रहे का नारा लगाया।
सत्यपाल की मौत से विचलित पत्नी शीला देवी एवं बेटे शशि व सरोज संग परिवार सत्यपाल सिंह के शव से लिपट कर रोने लगे। परिवार के लोगों को संभालना मुश्किल हो गया था।
थाना प्रभारी रामाश्रय राय आदि जवान की अंतिम यात्रा में शामिल रहे। जनप्रतिनिधियों ने फुल माला से श्रद्धा अर्पित किया। शव का अंतिम संस्कार गाजीपुर घाट पर हुआ। जवान के पिता रामकृत्त कुशवाहा ने मुखाग्नि दी।