एक बार फिर पासपोर्ट बनवाने के लिए भीड़, पूर्वांचल के युवा भरेंगे सपनों की उड़ान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. दुनिया भर में बढ़ रही साख का असर है कि बढ़ी तादाद में युवक-युवतियां पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने की सूचना के बाद इसकी संख्या में और इजाफा हुआ है। इन आवेदनों में सामान्य और तत्काल पासपोर्ट के साथ पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी) बनवाने की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। पीसीसी के लिए चार अप्रैल, 2022 तक 275 कोटा तय है। कोरोना महामारी का असर कम होने से 20 से 30 फीसद आवेदनों की संख्या बढ़ी है।
गत दो साल में लॉकडाउन के कारण मार्च, अप्रैल व मई तक ये कार्यालय बंद था। उसके बाद जून से जब खुला तब से अब तक प्रतिदिन केवल 315 से 320 के आस पास आवेदन आ रहे हैं जिसमें गल्फ कंट्री में जाने वालों की संख्या ज्यादा है। इसमें मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया आदि स्थानों के लोग अधिक हैं। कुल मिलाकर अभी 60 फीसद की कमी आई है।
जानिए क्या है पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट
पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की जरूरत तब पड़ती है जब कोई व्यक्ति विदेश जाने के लिए आवासीय वीजा, राेजगार वीजा या फिर लांग टर्म वीजा के लिए आवेदन करता है। एक पर्यटक के तौर पर घूमने के लिए विदेश जाने के लिए ये कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं है। जो लोग लंबी अवधि के लिए जा रहे हैं उनके लिए पीसीसी बनवाना आवश्यक होता है अन्यथा उन्हें विदेश में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलती थी। इन दिनों कोरोना संक्रमण की स्थिति ठीक होने के कारण पासपोर्ट बनाने वालों में भी उत्साह देखने को मिल रहा है।
पासपोर्ट बनवाने के लिए फीस
- सामान्य - 1500
- तत्काल - 3500
- पीसीसी - 500
- बालक - 1000
(15 साल तक)
पासपोर्ट के लिए आवेदकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सकारात्मक वातावरण होने से युवक-युवती समेत अन्य जरूरतमंद लोग पासपोर्ट बनवाते हैं। पीसीसी के लिए चार अप्रैल तक 275 कोटा है। इनदिनों लगभग 1000 आवेदन आ रहे हैं।- डीएस रावत, सहायक पासपोर्ट अधिकारी, महमूरगंज।