ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार को दी बधाई, फिर लोग करने लगे ट्रोल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/वाराणसी. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के दोबारा गठन के बाद सुभासपा की ओर से पार्टी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी नई सरकार को बधाई दी है। बधाई देने के साथ ही सरकार से उन्होंने अपेक्षाएं भी जताई हैं और सरकार को बधाई के साथ ही घेरा भी खूब है। वहीं सुभासपा प्रमुख के ट्विटर पर संदेश जारी होने के बाद लोगों ने उनकी पुरानी तस्वीरों को शेयर कर उनको ट्रोल भी खूब किया है।
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने ट्विटर पर लिखा है कि - 'उप्र में नई सरकार को बधाई, संविधान की शपथ लिया गया है उसको बचाना भी है जो वादा करके आये हैं, छुट्टा जानवरों से निजात दिलानें का, युवाओं को सरकारी नौकरी देने का, स्कूलों में बढ़ी फीस कम करने का, दवाई व टेस्ट ऑपरेशन सस्ता करने का, और बिना भेदभाव समाज के हर वर्ग के साथ न्याय भी करना होगा।'
वहीं सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के पोस्ट के बाद उनको ट्रोल करने वालों ने भी उनके इस संदेश पर खूब चुटकी ली है।
राघवेंद्र मालवीय ने उनकी पोस्ट पर लिखा है कि - 'एक नेवले ने अपने साथ दिख रहे सभी को निगल लिया। इस अपशगुन की शुरुआत 2017 में ही शुरू हो गई थी।
संतोष ने लिखा है कि सब मिल जाएगा सर, सारे वादे पूरे होंगे ....लेकिन आपका एक वादा पूरा नहीं होगा बाइक पर तीन लोग बैठने का। सॉरी
भास्कर रघुवंशी ने लिखा है कि - 'किस बेवकूफ ने आपको आइडिया दिया था कि इस बार सपा सरकार बनेंगी सोनम गुप्ता बेवफा हैं'
नवनीत सिंह नन्हे ने लिखा है -'मैं ओमप्रकाश राजभर ईश्वर की शपथ लेता हूं की आगे से ज्यादा चिकिर पिकिर नही करूंगा'
देव प्रशांत लिखते हैं - आओ कभी हवेली पर, कब जॉइन कर रहे हो भाजपा सरकार को?
अमित रंजन ने लिखा है कि - संविधान पढ़ें भी हो कभी कितने अनुच्छेद है यह भी पता है क्या? जब भी कोई अच्छा काम होता है तुम लोग संविधान खतरे में हो ना चलाना शुरु कर देते हो बहुत हो गया जात पात में लोगों को बांटना असलियत जान चुकी है इसलिए लोगों ने औकात दिखा दी।
अवधेश पांडेय लिखते हैं कि - 'विपक्ष के कुछ गिने चुने नेताओं में से आप हो जिसने नई सरकार को शपथ ग्रहण की शुभकामनाएं दिया हो वरना बाकी लोग तो वोट बैंक खिसक जाने के डर से बधाई भी नहीं दिया।'
नीरज ने लिखा है - 'लगता है वैद्य ऋषि लेना शुरू कर दिए है इसलिए आपकि भाषा में विनम्रता आई है क्युकी आपकी भाषा में चुनाव से पहले नीचापन, एथापन, जलनपन दौड़ापन घृणापान दिख रहा था वो सब में कमी आई है अब सभ्य का प्रयोग कर रहे हैं इससे पता चलता है की वैद्य ऋषि सही काम कर रहा है। खैर छह सीट जीतने की बहुत बधाई।
अनिल तिवारी लिखते हैं कि - 'पांच साल आराम करो नेता जी।मति मारी गई थी,बीजेपी छोड़ मलाई की आस में मट्ठा भी चला गया।अब आगे की रणनीति बनाओ,बीजेपी पर और उसके काम पर ध्यान मत दो अपना काम करो।'
अखिलेश सिंह ने लिखा है - 'ओमप्रकाश चच्चा क चुनाव के पहिले क वक्तव्य - 10 मार्च 10 बजे दूई गो गाना बजी 1- चल संयासी मन्दिर में। 2- मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है। आज बधाई! यही तो लोकतंत्र की खूबसूरती है केहू ओमप्रकाश चच्चा से सीखै।
दुर्ग विजय सिंह ने लिखा - 'गुंडों का समर्थन करने वाले समाज की भलाई की बात शोभा नहीं देती तभी तो बाहर का रास्ता दिखा दिया गया'
पीसी मिश्रा लिखते हैं - 'योगी हैं वे, पैर पकड़ लो, माफ कर देंगे। एक सही ठौर मिल जाएगा। फालतू का ज्ञान देने पर अखिलेश ने भी भगा दिया, तो कहाँ जाओगे???'