कल एक घंटे के लिए ठप रहेगा एक्सप्रेसवे, 5 घंटे के लिए खाली होंगे अपार्टमेंट, जानें वजह
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नोएडा. नोएडा सेक्टर-93ए में अपार्टमेंट पांच घंटे के लिए खाली कराए जाएंगे. इतना ही नहीं नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को भी एक घंटे के लिए बंद किया जाएगा. 22 मई के लिए नोएडा पुलिस और नोएडा अथॉरिटी यह आदेश जारी करेगी. सुपरटेक के ट्विन टावर को गिराने के दौरान यह कदम उठाया जाएगा. यह पहला मौका होगा जब नोएडा ही नहीं दिल्ली-एनसीआर में किसी हाईराइज बिल्डिंग को विस्फोट लगाकर गिराया जाएगा. इतना ही नहीं 22 मई को ही ट्विन टावर के एक किमी के दायरे में सिर्फ 5 लोग ही मौजूद रहेंगे. पुलिस की सख्त घेराबंदी रहेगी. किसी को भी ट्विन टावर के आसपास भटकने तक की इजाजत नहीं होगी.
जानकारों की मानें तो ट्विन टावर में विस्फोटक लगाने के लिए 7 हजार वी शेप के होल किए जा रहे हैं. इसी होल में विस्फोटक भरे जाएंगे. ग्राउंड से लेकर सेकेंड फ्लोर तक तो हर एक फ्लोर पर विस्फोटक लगाए जाएंगे, लेकिन इसके बाद 4 फ्लोर का गैप रखते हुए विस्फोटक लगाए जाएंगे. यह विस्फोटक ट्विन टावर के कॉलम में भरे जाएंगे.
सूत्रों की मानें तो ट्विन टावर गिराने में करीब 4 हजार टन विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा. जब सभी 7 हजार होल में विस्फोटक भर दिया जाएगा तो उन्हें एक तार से जोड़ा जाएगा. यह तार ट्विन टावर से 100 मीटर दूर रिमोट कंट्रोल पकड़कर खड़े विस्फोटक विशेषज्ञ के रिमोट से जुड़ा होगा.
विस्फोटक लगाने के दौरान ऐसी रहेगी सुरक्षा
सुपरटेक ट्विन टावर में विस्फोटक लगाने के दौरान सिर्फ तकनीशियनों को ही जाने की अनुमति होगी. इसके अलावा किसी भी बाहरी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं होगी. दोनों टावर में करीब 20 से 25 दिन तक विस्फोटक लगाने का काम चलेगा. इस दौरान दोनों टावर की सुरक्षा स्थानीय पुलिस के हवाले रहेगी. टावर गिराने में कुल 4 हजार किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा. टावर में हर रोज सिर्फ उतना ही विस्फोटक लाया जाएगा जितना एक दिन में लगाया जा सके. बाकी के स्टाक को टावर से अच्छी खासी दूरी पर रखा जाएगा.
विस्फोट और मलबे से ऐसे की जाएगी आसपास की सुरक्षा
जानकारों का कहना है कि ट्विन टावर को गिराने से पहले उसे लोहे के जाल से कवर कर दिया जाएगा. जाल पर कागज की एक मोटी सीट से ढक दिया जाएगा. इसके अलावा हर फ्लोर पर हरे रंग के कपड़े का जाल भी लगाया जाएगा. इससे होगा यह कि जब मलब हवा में उछलेगा तो वो आसपास की बिल्डिंग्स पर नहीं गिरेगा. बल्कि जाल से टकराकर वहीं रह जाएगा. इन दोनों तरीकों से धूल का गुबार भी ऊपर तक नहीं जाएगा. इतना ही नहीं बराबर के दूसरे टावर और ट्विन टावर के बीच में स्टील के कंटेनर की एक दीवार भी खड़ी की जाएगी।