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मऊ में डॉ अलका राय के अस्पताल को कब्जे में लेने की तैयारी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. मऊ जिले के थाना कोतवाली के अंतर्गत बलिया मोड़ के पास श्याम संजीवनी हॉस्पिटल चलाने वाली महिला डॉक्टर अलका राय पिछले कुछ वर्षों में तमाम खुलासों से घिरती हुई, इस परिस्थिति में आ गई है कि आज उनका अस्पताल प्रशासन के द्वारा कब्जे में लेने की तैयारी की जा रही है यह चर्चा सभी आमजन कर रहे हैं।

डॉ अलका राय की जुबानी कि 8 महीने पहले उनके हॉस्पिटल श्याम संजीवनी के नाम पर बाराबंकी जिले में एक एंबुलेंस रजिस्ट्रेशन का प्रकरण सामने आया जिसमें की मुख्तार अंसारी उक्त रजिस्टर्ड एंबुलेंस को अपने निजी यात्रा हेतु इस्तेमाल करता था। लेकिन इसमें उनका कोई हाथ होने का सबूत नहीं मिला।

वही इस मामले में 8 महीने पहले की घटना के अनुसार जब मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने के लिए बार-बार उत्तर प्रदेश सरकार कश्मकश कर रही थी। वही जब पंजाब की रोपड़ जेल में यूपी की एंबुलेंस पहुंची तो मीडिया के कान खड़े हो गए और वह सोचने लगे कि कहीं गोपनीय तरीके से यूपी सरकार मुख्तार अंसारी के जेल से स्थानांतरण की तैयारी तो नहीं कर रही है जिसको खंगालते हुए पता चला कि उक्त एंबुलेंस बाराबंकी जिले के आरटीओ ऑफिस में पंजीकृत है और उसकी मालकिन डॉ अलका राय हैं, लेकिन आगे की छानबीन में आगे की जानकारी वही गायब हो गई पता चला कि बाराबंकी में श्याम संजीवनी और डॉ अलका राय के नाम का कोई अता पता नहीं है जो भी रजिस्ट्रेशन की कार्रवाई की गई थी। 

वह पूरी तरह से फर्जी थी उस में दिए गए जगह भी पूरी तरह से फेक थे तत्पश्चात पुलिस उस में लगाए गए पेपरों की जांच करी दो पाया कि मऊ जिले में डॉ अलका राय नाम की एक महिला श्याम संजीवनी हॉस्पिटल चलाती है जिन्होंने उत्तर रजिस्ट्रेशन के पत्र पर अपनी सहमति प्रदान की थी उस कड़ी को खोलते पकड़ते हुए बाराबंकी पुलिस मऊ पहुंच गई और डॉ अलका राय और उनके मुंह बोले भाई डॉक्टर शेषनाथ राय को गिरफ्तार कर कर ले गई 8 महीने जेल काट के आने के बाद उन्होंने सोचा कि बात आई और गई हो गई।

उन्होंने फिर से अपनी जिंदगी की शुरुआत हॉस्पिटल को खोल कर कर दी लेकिन फिर अचानक बाराबंकी पुलिस द्वारा एंबुलेंस प्रकरण में मुख्तार अंसारी समेत सभी आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई शुरू कर दी जिसमें की जमानत पर छूटे डॉ अलका राय और शेषनाथ राय को 29 तारीख की सुबह 4:00 बजे उनके अस्पताल पर छापा मारकर उठा ले गई।

वही लोगों का कहना है कि और प्रशासनिक लोगों का भी मानना है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान में गैंगस्टर के आरोपियों के संपत्ति को कुर्क करने का जो नया कानून बना है, उसके तहत डॉ अलका राय की श्याम संजीवनी हॉस्पिटल को जिला प्रशासन कुर्क करके अपने कब्जे में ले सकता है। अब ऐसे में देखना होगा कि इस मामले में प्रशासन का अगला कदम क्या होता है। फिलहाल हम बता दें कि अभी जनपद में आचार संहिता लगा हुआ है एमएलसी चुनाव को लेकर 15 तारीख को यह आचार संहिता खत्म होगा ऐसे में देखना होगा कि जिला प्रशासन 15 तारीख के पहले या 15 तारीख के बाद कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

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