गाजीपुर के मदन सिंह यादव बने सपा के अधिकृत उम्मीदवार, अखिलेश यादव संग लखनऊ में नजर आए
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/गाजीपुर. प्रधान संघ गाजीपुर के अध्यक्ष और विधान परिषद चुनाव में गाजीपुर से प्रत्याशी मदन सिंह यादव ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से शनिवार को मुलाकात की है। मदन सिंह यादव अब इसी के साथ गाजीपुर से समाजवादी पार्टी के विधान परिषद के अधिकृत प्रत्याशी हो गए हैं। जिले के सात में छह विधायकों के साथ लखनऊ पहुंचे मदन सिंह यादव के साथ पार्टी की ओर से तस्वीर जारी कर अधिकृत घोषणा पार्टी की ओर से की गई है।
कौन हैं मदन सिंह यादव : गाजीपुर जिले के प्रधानसंघ के अध्यक्ष मदन सिंह यादव पुत्र रामशीष सिंह यादव ग्राम अंधियारा के मूल निवासी हैं। वर्ष 1995 में पहली बार प्रधानी का नामांकन किया था लेकिन किसी कारण से पर्चा खारिज हो गया था। उसी समय वर्ष 1995 में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था। मुलायम सिंह यादव ने राजभवन घेरो आंदोलन का आह्वान किया तो वह जेल भी गए थे। उसी समय से वह प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो गए थे। तीन बार जिलापंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा लेकिन तीनों बार वह हार गए थे। वर्ष 2010 में पंचायत में प्रधान का चुनाव लड़े लेकिन यहां भी हार मिली। वर्ष 2015 में उनकी बेटी रेनू यादव ने चुनाव प्रधानी का चुनाव जीतकर परिवार में सियासत को आगे बढ़ाया। वहीं इसके बाद साल 2021 में मदन सिंह यादव ने पहली बार प्रधानी का चुनाव जीता। इसके बाद वह प्रधानसंघ के अध्यक्ष भी बने।
एमएलसी चुनाव में हुआ उलटफेर : जिले में एमएलसी चुनाव नाम वापसी के अंतिम तिथि से एक दिन पूर्व सपा के उम्मीदवार भोलानाथ शुक्ला ने पार्टी के फैसले के खिलाफ जाकर अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद पार्टी की ओर से फैसला किया गया कि अब निर्दल उम्मीदवार मदन सिंह यादव को घोषित किया जाएगा। इसकी जानकारी होते ही जिला प्रशासन की ओर से टीम उनके घर पहुंची तो सपा नेता मदन यादव के समर्थन में आ गए। इसके बाद से ही मदन सिंह प्रशासन की नजरों से बचते रहे। अब शनिवार को वह गाजीपुर जिले के छह विधायकों के साथ अखिलेश यादव के साथ खड़े नजर आए।
गाजीपुर पुलिस ने खूब की तलाश : नाम वापसी के अंतिम दिन के पूर्व पुलिस और प्रशासन ने एड़ी चोटी का जोर लगाकर मुख्तार अंसारी के परिवार के घर तक छापेमारी की लेकिन मदन सिंह यादव को कहीं से भी पुलिस बरामद नहीं कर सकी। इसके बाद से ही सपा विधायक और सपा की पूरी टीम मदन सिंह यादव को लेकर सक्रिय हुई और शनिवार को सपा की बैठक के दौरान गाजीपुर के छह विधायक उनको अपने साथ लेकर अखिलेश यादव के पास पहुंचे और अखिलेश से वार्ता के बाद उनको अधिकृत सपा उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। वहीं अब सपा और सुभासपा गठबंधन के नेताओं के साथ ही मुख्तार के परिवार के सियासी सदस्य भी मदन सिंह के समर्थन में आ गए हैं।
भाजपा पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप : जिले में भाजपा एमएलसी उम्मीदवार विशाल सिंह चंचल के वाहन पर सपा नेता भोलानाथ चौबे के देखे जाने और नाम वापसी के बाद सपा की ओर से प्रत्याशी पर दबाव का आरोप लगाया गया था। वहीं इसके बाद निर्दल उम्मीदवार मदन सिंह यादव पर भी प्रशासन की टीम कार्रवाई करने पहुंची तो सपा नेताओं ने भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए विरोध किया तो प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा। इसके बाद रात में मदन सिंह की तलाश में गाजीपुर पुलिस ने मुख्तार के आवास 'फाटक' के अलावा अन्य जगहों पर भी उनकी तलाश की लेकिन अब तक पुलिस खाली हाथ ही रही। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ देखे जाने के बाद पार्टी की ओर अब उनको जिताने के लिए सक्रियता जिले में बढ़ा दी गई है।