क्या है पारो? जानें पालतू कुत्तों के लिए जानलेवा क्यों हो सकता है 'पारो'
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/आजमगढ़. सावधान! कहीं आपका कुत्ता या उसका बच्चा खाना-पानी तो नहीं छोड़ दिया है, उसका वजन तो कम नहीं होता जा रहा है। उसकी रुचि भोजन में दिनों-दिन घटती जा रही है, तो वह 'पारो' वायरस का लक्षण हो सकता है। ऐसे लक्षण दिखने पर सावधान होने की जरूरत है। दरअसल, यह पारो वायरस का प्रकोप हो सकता है। बेजुबान के इलाज में तनिक देरी से उसकी जान भी जा सकती है। यह वायरस इन दिनों तेजी से फैल रहा है, जिसकी जद में कुत्ते के बच्चे ज्यादा आ रहे हैं।
पशु अस्पताल में रोजाना कई का इलाज :
आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज पशु अस्पताल में रोजाना दर्जन भर लोग कुत्ते के बच्चे को लेकर पहुंच रहे हैं। अधिकांश के इलाज में पारो वायरस के लक्षण देखने को मिले। हालांकि, शुरुआती इलाज में अधिकांश की जान बच गई। वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अस्पताल में कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि बेजुबानों की जान जोखिम में न पड़ने पाए। ओपीडी के बाद इलाज की सुविधाएं बेजुबानों के लिए उपलब्ध हैं।
पारो वायरस के लक्षण
-उल्टी एवं दस्त एक साथ होना।
-दस्त के साथ ब्लड का आना।
-वजन का कम होना।
-भोजन के प्रति रुचि कम हो जाना।
पारो वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। हालांकि यह कोई हौव्वा नहीं है। बेजुबानों की पीड़ा उसे पालने वाले को महसूस करना पड़ेगा। वायरस के लक्षण दिखने पर तुरंत डाक्टर को दिखाने से मुश्किलें कम हो जाएंगी। बीमारी की अनदेखी पशु की जान पर जरूर भारी पड़ सकती है।-डा. बीएल यादव, पशु चिकित्साधिकारी, बिलरियागंज।