सस्ता हुआ ट्रेन का सफर, यहां देखें-कितना कम हुआ किराया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कोविड के समय शुरू की गईं स्पेशल ट्रेनों का दर्जा अब हट चुका है। रेलवे ने ट्रेनों में जनरल कोच भी बहाल करने के निर्देश दे दिए हैं। यात्री सुविधाओं में भी धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है। ऐसे में अब यात्रियों को फिर से पुराने किराए पर सुविधाओं के साथ सफर करने का मौका मिलेगा।
हालात समझने के लिए ये मामला काफी : कल्याणपुर की अकांक्षा का अक्सर मुंबई आना-जाना होता है। कोरोना काल में कई ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया। जो ट्रेनें चल रही थीं उनमें सुविधाएं बंद हो गईं। जनरल कोच में भी आरक्षण जरूरी कर दिया गया। इस तरह मुंबई जाने के लिए अकांक्षा को जनरल कोच में आरक्षण के लिए 370 रुपये देने पड़े जबकि कोविड से पहले इसका किराया 260 रुपये था। 110 रुपये अधिक किराए के साथ उन्हें सफर करना पड़ रहा था। आकांक्षा बताती हैं कि इससे पहले वह 3एसी में सफर करती थीं लेकिन कोविड के चलते ट्रेन में मिलने वाला भोजन और बिस्तर की सुविधा बंद होने से इसमें सफर बंद कर दिया।
ट्रेनों से हटा स्पेशल का तमगा : रेलवे ने कोरोना काल में ट्रेनों को स्पेशल दर्जा देते हुए 30 से 40 फीसद तक किराया बढ़ा दिया था। जनरल कोच में भी आरक्षण जरूरी होने पर टिकट के दाम में दोगुनी बढ़ोत्तरी हो गई थी। अब 28 फरवरी 2022 को रेलवे ने जनरल कोच में सामान्य टिकट पर यात्रा की सुविधा बहाल कर दी है। इसके बाद से कानपुर सेंट्रल स्टेशन से होकर जाने वाली 350 ट्रेनों से भी स्पेशल का तमगा पूरी तरह से हट गया है। अब इन ट्रेनों के जनरल कोच में पूर्व का किराया ही लिया जाएगा।
लखनऊ आना-जाना हुआ सस्ता : जनरल टिकट पर यात्रा का सबसे बड़ा फायदा कानपुर से लखनऊ आने जाने वाले आठ से दस हजार दैनिक यात्रियों को मिलेगा। दैनिक यात्री पहले मेल एक्सप्रेस ट्रेन से 35 रुपये में लखनऊ जाते थे। स्टेशन ट्रेन होने से 60 रुपये जबकि प्रीमियम ट्रेनों में यह किराया 75 रुपये पहुंच गया था। ऐसे में अब एक तरफ के किराए में ही यात्री लखनऊ होकर वापस भी आ सकेंगे। पैसेंजर और मेमू ट्रेनों में 15 से 20 रुपये ही देने होंगे ।
तो 22 मार्च से चलाएंगे मेमू : अधिकारियों के मुताबिक एक अप्रैल 2022 से सभी ट्रेनें चलने लगेंगी। कानपुर से लखनऊ, हरदोई, आगरा, टूंडला, चित्रकूट समेत अन्य जगहों के लिए करीब 18 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन होता है। इन ट्रेनों को 22 मार्च से चलाने की संभावना अधिकारी जता रहे हैं।
न्यूनतम कीमत 30 रुपये : रेलवे ने न्यूनतम किराया 30 रुपये ही रखा है। अधिकारियों का तर्क है कि पैसेंजर और मेमू ट्रेनों की शुरुआत अभी पूरी तरह से नहीं हुई है। एक दो रूट पर ही गिनती की अनारक्षित ट्रेनें चलाई जा रही हैं इसलिए न्यूनतम किराया 30 रुपये है। पैसेंजर और मेमू ट्रेनों की शुरूआत होते ही न्यूनतम किराए में कमी कर दी जाएगी। कोविड से पहले तक न्यूनतम किराया पांच रुपये था।
जनरल कोच को 2एस का दर्जा
कोविड संक्रमण के चलते रेलवे ने 22 मार्च 2020 को ट्रेनों का परिचालन रोक दिया था। कुछ समय बाद परिचालन शुरू हुआ तो स्पेशल ट्रेनों के जनरल कोच को 2एस का दर्जा देकर उसमें भी आरक्षित टिकट अनिवार्य कर दिया गया।
जनरल कोच में किराया
स्थान-पहले-अब
लखनऊ-35-60
दिल्ली-125-180
मुंबई-260-370
कोलकाता-225-320
स्पेशल ट्रेनों को पूर्व नंबर और समय अनुसार संचालित किया जा रहा है। धीरे-धीरे सभी ट्रेनों में जनरल कोच पर यात्रा की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। -अमित कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी प्रयागराज मंडल