गाजीपुर में मतदाता सूची में नहीं था सैकड़ों का नाम, दिखा आक्रोश - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. इस बार के चुनाव में बीएलओ की लापरवाही कहें या मनमानी खूब देखने को मिली। कई-कई बूथ ऐसे भी थे, जहां 100 लोगों का नाम कट गया। इससे मतदाताओं में काफी आक्रोश दिखा। बिरनो के कलवरा में तो मतदाताओं ने प्रदर्शन भी किया।
बीएलओ पर लगाया गंभीर आरोप
बिरनो में जंगीपुर विधानसभा के कलवरा बूथ संख्या-118 में 100 मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में न होने पर बूथ के बाहर दलित बस्ती की महिलाओं सहित लोगों ने प्रदर्शन किया। साथ ही साथ प्रदर्शनकारियों ने बीएलओ रविद्र यादव के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बीएलओ मतदाता पुनर्निरीक्षण का कार्य घर-घर जाकर नहीं किया है। द्वेषवश गांव के कई मतदाताओं का नाम बीएलओ द्वारा काट दिया गया है।
दलित बस्ती के प्रदर्शन करने वाले लोग श्यामदेव राम, दुखंति राम, सोमारू राम, गीता देवी, करन कुमार, मनीषा बौद्ध, नीरज कुमार, सुभाष कुमार, पिकी देवी, विनय कुमार आदि लोगों नाम मतदाता सूची में नहीं है। आरोप लगाया कि बीएलओ एक पार्टी विशेष के कहने पर मतदाता सूची से नाम काटा है। ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की है।
मतदान किए बगैर लौटे वापस
गहमर क्षेत्र के करहियां बूथ के संजना कुमारी, रमेश कुमार, सरिता देवी समेत अन्य लोगों का नाम ही मतदान सूची से गायब था। लोगों ने बीएलओ पर जानबूझकर नाम काटने का आरोप लगाया है। इसी तरह हथौर के शत्रुघन, सुग्रीव, संदीप कुमार, पूनम देवी, गोविद कुमार, अजय, प्रिस कुमार, रामाश्रय समेत अन्य का नाम भी मतदाता सूची से गायब था। जिससे उन्हें मतदान केंद्र से वापस लौटना पड़ा। यह देख वह परेशान हो गए गहमर में बीएलओ से पूछताछ की तो विवाद उत्पन्न हो गया। इसी तरह की शिकायतें अन्य गांव में रही।
नही निकला कोई निदान खूब पड़े बोगस मतदान
सैदपुर विधानसभा के ग्रामीण बूथों पर बोगस वोटिग की भरमार रही। राजनीतिक पार्टियों के अभिकर्ताओं को दूर बैठाने और मतदाताओं के नाम नही पुकारे जाने से लोग दूसरों की पर्ची लेकर मतदान करते रहे। बिझवल, खानपुर, अमेहता, इशोपुर, भभौरा, बहेरी आदि गांवों में छिटपुट कहासुनी होती रही। लगभग सभी गांवों में मतदाता सूची से नाम गायब होने पर बीएलओ को आंखे दिखाते लोग आक्रोशित रहे। जगह-जगह बीएलओ के प्रति लोगों की नाराजगी दिखाई पड़ी।
प्रत्याशियों के पोलिग एजेंट्स को बूथ से दूर बैठाए जाने और मतदान अधिकारियों द्वारा मतदाताओं के नाम न पुकारे जाने से बोगस वोटिग की शिकायत करते रहे। नेवादा गांव के कई लोगों का नाम दूसरे गांव के मतदाता सूची में चले जाने से लोगों की भागदौड़ बढ़ गई। घूंघट और बुर्के में वोटिग करने वाली महिलाओं को लेकर भी लोग एतराज करते रहे।