मुझे फंसाया जा रहा, नहीं हो रही मेरी काेई सुनवाई : डा. अलका राय
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. आठ माह तक जेल में मुझे उस मामले में रखा गया, जिसके बारे में मुझे कुछ पता ही नहीं। अब दो महीने से बाहर आने के बाद किसी तरह जिंदगी को पटरी पर लाने का प्रयास करना शुरू की थी कि तब तक फिर गैंगस्टर एक्ट। यह कहते हुए माफिया विधायक मुख्तार अंसारी के एंबुलेंस प्रकरण में फंसी डा. अलका राय भावुक हो उठीं, उनका गला रुंध गया। जेल जाने के पूर्व मीडिया से बात करते समय का डा. अलका का यह वीडियो वायरल भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मेरे निर्दोष होने के सारे प्रमाण हैं, काल रिकार्डिंग, वीडियो फुटेज, सब कुछ। उन सबको पुलिस को सौंप दिया फिर भी मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किस तरह से निर्दोष लोगों को फंसाकर अपराधी बना दिया जाता है। बताया कि बीते वर्ष 31 मार्च की रात 11:30 बजे उन्हें एक फोन आया कि उनसे कोई मिलना चाहता है, विधायकजी ने भेजा है। मुझे लगा कोई मरीज होगा, मैं नीचे आई तो केवल एक व्यक्ति था, मैं उसे देख अवाक रह गई। पूछा कि क्या बात है तो उसने, बात कर लीजिए कहकर मोबाइल पकड़ा दिया।
उधर से किसी ने लखनऊ से बताया कि डाक्टर साहब आपको केवल इतना कहना है कि आपका बाराबंकी में अस्पताल था, तभी आपने एंबुलेंस लिया था। उन्होंने बताया कि जब का यह प्रकरण है तब मैं मऊ में सरकारी नौकरी में थी, तो बाराबंकी में मेरा अस्पताल कैसे हो सकता है। बाराबंकी मैं पहली बार जेल में ही गई, उसके पहले कभी गई भी नहीं थी। उस व्यक्ति के आने और मोबाइल से बात कराने की वीडियो फुटेज और काल की रिकार्डिंग भी है, जिसे मैंने पुलिस काे सौंप दिया। अगर कोई उनके अस्पताल का कागजात ले जाकर दुरुपयोग कर लिया तो इसमें उनका क्या दोष है। मात्र इतनी सी गलती की सजा आज उन्हें कुछ लोगों की साजिश से मिल रही है। कहा कि मैं कतई हारने वाली नहीं है। अंतिम दम तक इंसाफ के लिए लड़ूंगी।