आजमगढ़ से गुड्डू जमाली फिर हाथी पर हुए सवार, कहा- 'संसदीय चुनाव लड़ने की मिली हरी झंडी'
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. विधानसभा चुनाव में एआइएमआइएम से चुनाव लड़े शाह आलम गुड्डू जमाली फिर से हाथी पर सवार हो गए हैं। उन्होंने लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। बीते 25 नवंबर को उन्हें पार्टी की मुखिया मायावती ने सभी जिम्मेदारियों से मुक्त करते हुए संगठन से निष्काषित कर दिया था। ऐसे में उनकी पांच माह बाद फिर से वापसी को लोग आजमगढ़ संसदीय उपचुनाव में मजबूत दावेदार के रूप में देख रहे हैं।
शाह आलम गुड्डू जमाली आजमगढ़ शहर के बाजबहादुर मुहल्ला के निवासी हैं। बसपा से दो बार विधायक रहने के साथ उन्हें विधानमंडल दल का नेता भी बनाया गया था। बसपा से निष्कासन हुआ तो बीते विधानसभा चुनाव में उनके सपा का दामन थामने की चर्चाएं प्रबल रहीं। सपा प्रमुख से उनकी मुलाकात की खबरें भी सुर्खियां बनीं थीं। हालांकि, अंत में उन्होंने ओवैसी की पार्टी से मुबारकपुर विधानसभा चुनाव लड़े तो तीसरे स्थान पर जा पहुंचे थे। बसपा से निष्कासन के बाद भी उनका नपा-तुला बयान ही वापसी का वजह बना है। गुड्डू जमाली ने बसपा का दामन फिर से थामने की खुद से पुष्टि की है।
एक सवाल के जवाब में कहा कि मेरे में मन में हमेशा ही बसपा की नीतियां जीवंत रहीं थीं, साथ में यह भी दोहराया कि दोनों तरफ दिलों में स्थान होना ही मेरी वापसी की जड़ में हैं। कहाकि मैं ही आजमगढ़ में होने वाले संसदीय उपचुनाव में बसपा से लड़ूंगा। इसकी हरी झंडी भी संगठन की ओर मिल गई है। बता दें कि गुड्डू जमाली वर्ष 2014 में आजमगढ़ सदर से बसपा के प्रत्याशी रहे, लेकिन सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के सामने उन्हें तीसरा स्थान मिला था। पार्टी सूत्रों के मुताबिक चार पहले ही उनकी मुलाकात बसपा मुखिया मायावती से हुई थी, जिसके बाद पार्टी मुख्यालय में उन्होंने फिर से बसपा की सदस्यता ग्रहण की।