सीएम योगी 5540 वोटों से आगे, सपा की सुभावती शुक्ल हैं दूसरे स्थान पर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. विधानसभा चुनाव-2022 की सबसे हॉट सीट बनी हुई है। इस सीट से सीएम योगी की उम्मीदवारी ने दुनिया के कोने-कोने से लोगों को इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक कर दिया है। यहां तक सीएम योगी की अनुमानित जीत की चर्चा पाकिस्तानी मीडिया में भी हो रही है। वोटों की गिनती जारी है। सीएम योगी ने शुरुआती रूझानों से ही बढ़त बना ली है। इस वक्त वह 5540 वोटों से आगे चल रहे हैं। दूसरे नंबर पर सपा की सुभावती शुक्ला हैं।
आज मतगणना (वोट काउंटिंग) की पल-पल की अपडेट जानने के लिए लोग भोर से ही बेचैन नज़र आ रहे हैं। इस सीट पर सीएम योगी आदित्यनाथ का दबदबा रहने की पूरी संभावना है। लोगों की उत्सुकता मार्जिन जानने को लेकर है। योगी समर्थकों को उम्मीद है कि इस बार गोरखपुर की जीत ऐतिहासिक होगी और सीएम योगी रिकॉर्ड मतों के अंतर से विधानसभा में पहुंचकर यूपी की सियासत में नया इतिहास रचेंगे।गोरखपुर सीट पर सीएम योगी सहित कुल 12 उम्मीदवार हैं। समाजवादी पार्टी ने यहां से भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे उपेन्द्र दत्त शुक्ल (स्वर्गीय) की पत्नी सुभावती शुक्ला को मैदान में उतारा था। जबकि बसपा से ख्वाजा शमसुद्दीन और कांग्रेस से चेतना पांडेय मैदान में थीं। वहीं आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) से चंद्रशेखर रावण ने चुनाव लड़ा। एग्जिट पोल्स के इशारों के मुताबिक, यदि बीजेपी सत्ता हासिल करती है तो योगी आदित्यनाथ 15 साल बाद यूपी के ऐसे सीएम होंगे जो विधानसभा के सदस्य होंगे। 2017-22 के कार्यकाल में वह विधानपरिषद के सदस्य थे। अखिलेश यादव भी विधानपरिषद सदस्य के तौर पर ही सीएम बने थे।
सीएम योगी ने विधानसभा के लिए पहली बार लड़ा चुनाव
यह विधानसभा क्षेत्र, गोरखपुर सदर संसदीय का हिस्सा है, जहां से योगी लगातार पांच बार सांसदी जीत चुके हैं। 2017 में इस सीट से भाजपा के डॉ.आरएमडी अग्रवाल चुनाव जीते थे। इस बार भाजपा ने उनकी जगह सीएम योगी को इस सीट से उतारा तो अचानक गोरखपुर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में छा गया। सीएम योगी के राजनीतिक कॅरियर में उनका यह पहला विधानसभा का चुनाव था। यही नहीं यह इस मायने में भी पहला चुनाव था जिसमें उन्होंने अपनी सीट पर न्यूनतम समय दिया।
उनकी मौजूदगी के बिना चुनाव प्रचार की कमान पूरी तरह टीम योगी ने संभाली। इस टीम में शामिल योगी के विश्वासपात्र सिपहसलारों ने पर्दे के पीछे रहकर ऐसी रणनीति बनाई जिसने न सिर्फ सीएम कैंडिडेट को अपनी सीट की चुनावी व्यस्तताओं से पूरी तरह मुक्त रखा बल्कि 2017 के मुकाबले ज्यादा मतदाताओं को घरों से निकालकर वोट डालने के लिए बूथों तक पहुंचाया भी। इसका परिणाम गुरुवार की शाम जब 53.22% (2017 में 51.12 मत पड़े थे ) मतदान के रूप में सामने आया। इस सीट पर छठे चरण में तीन मार्च को मतदान हुआ था।
यहां 33 वर्षों से है भगवा का कब्जा
गोरखपुर सदर विधानसभा सीट पर पिछले 33 वर्षों से भगवा का कब्जा रहा है। इन 33 वर्षों में कुल आठ चुनाव हुए जिनमें से सात बार भाजपा और एक बार हिन्दू महासभा (योगी आदित्यनाथ के समर्थन से) के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। गौरतलब है कि वर्ष 2002 में इस सीट से डा.राधा मोहन दास अग्रवाल अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के बैनर तले जीते थे लेकिन जीतने के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे। तबसे लगातार वह इस सीट से जीतते आ रहे हैं। डा.राधा मोहन दास अग्रवाल के पहला चुनाव जीतने से लेकर आज तक माना जाता है कि इस सीट पर जीत और हार के समीकरण गोरखनाथ मंदिर में तय होते हैं। 1989 से पहले इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा हुआ करता था। 1989 में भाजपा ने शिव प्रताप शुक्ला को गोरखपुर सदर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया और वह जीतकर विधानसभा में पहुंचे।
तब से उनकी जीत का सिलसिला लगातार चार चुनाव तक जारी रहा। लेकिन 2002 के चुनाव में गोरखपुर की राजनीतिक परिस्थितियां कुछ ऐसी बनीं कि शिवप्रताप के मुकाबले गोरखनाथ मंदिर के समर्थन से अभाहिम के बैनर तले डा. राधा मोहन दास अग्रवाल मैदान में उतर आए। उस चुनाव में जीत का सेहरा डा.राधा मोहन दास अग्रवाल के सिर बंधा। हालांकि जीतने के बाद वह भाजपा के हो गए और तबसे भाजपा में ही हैं। उस चुनाव में डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल को 38830 वोट मिले थे।
जबकि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रहे प्रमोद टेकरीवाल ने 20382 वोट हासिल किए थे। लगातार चार बार चुनाव जीतने वाले शिव प्रताप शुक्ला को 14509 वोट मिले थे। 2007 का चुनाव डा.राधा मोहन अग्रवाल ने भाजपा के टिकट पर लड़ा और विजयी हुए। उस चुनाव में डा.अग्रवाल को 49715 वोट मिले। वह 22,392 वोटों से चुनाव जीते थे। भाजपा की जीत का यह सिलसिला 2012 और 2017 में भी कायम रहा। 2017 के विधानसभा चुनाव में डा.राधा मोहन दास अग्रवाल को 122,221 वोट मिले थे। उन्होंने 60,730 वोटों से जीत हासिल की थी।
गोरखपुर सीट से उम्मीदवार
- योगी आदित्यनाथ भाजपा
- सुभावती शुक्ला सपा
- ख्वाजा शमसुद्दीन बसपा
- चेतना पांडेय कांग्रेस
- चंद्रशेखर आजाद आसपा
- विजय श्रीवास्तव आप
- अजय शंकर असपा
- जसकरन राज जरपा
- युवराज शर्मा भाजजापा
- रामदवन मौर्या राटूरिपा
- राशिद निर्दलीय
- सूरज यादव निर्दलीय
- संत धर्मवीर निर्दलीय
कुल मतदाता-463923
पुरुष-247894
महिला-215949
अन्य-80
35 हजार से ज्यादा नए वोटर रहे
53.22% मतदान हुआ था गोरखपुर में