सीएम योगी 14000 वोटों से आगे, सपा की सुभावती शुक्ल हैं दूसरे स्थान पर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. विधानसभा चुनाव-2022 की सबसे हॉट सीट बनी हुई है। इस सीट से सीएम योगी की उम्मीदवारी ने दुनिया के कोने-कोने से लोगों को इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक कर दिया है। यहां तक सीएम योगी की अनुमानित जीत की चर्चा पाकिस्तानी मीडिया में भी हो रही है। वोटों की गिनती जारी है। सीएम योगी ने शुरुआती रूझानों से ही बढ़त बना ली है। इस वक्त वह 14000 वोटों से आगे चल रहे हैं। दूसरे नंबर पर सपा की सुभावती शुक्ला हैं।
-सीएम योगी 14000 वोटों से आगे चल रहे हैं। दूसरे नंबर पर सपा की सुभावती शुक्ला हैं।
-सीएम योगी ने पोस्टल बैलेट के वोटों की गिनती से ही बढ़त बना ली है
-आज मतगणना (वोट काउंटिंग) की पल-पल की अपडेट जानने के लिए लोग भोर से ही बेचैन नज़र आ रहे हैं। इस सीट पर सीएम योगी आदित्यनाथ का दबदबा रहने की पूरी संभावना है।
-गोरखपुर में लोगों की उत्सुकता मार्जिन जानने को लेकर है। योगी समर्थकों को उम्मीद है कि इस बार गोरखपुर की जीत ऐतिहासिक होगी और सीएम योगी रिकॉर्ड मतों के अंतर से विधानसभा में पहुंचकर यूपी की सियासत में नया इतिहास रचेंगे।
-गोरखपुर सीट पर सीएम योगी सहित कुल 12 उम्मीदवार हैं। समाजवादी पार्टी ने यहां से भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे उपेन्द्र दत्त शुक्ल (स्वर्गीय) की पत्नी सुभावती शुक्ला को मैदान में उतारा था। जबकि बसपा से ख्वाजा शमसुद्दीन और कांग्रेस से चेतना पांडेय मैदान में थीं। वहीं आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) से चंद्रशेखर रावण ने चुनाव लड़ा।
-एग्जिट पोल्स के इशारों के मुताबिक, यदि बीजेपी सत्ता हासिल करती है तो योगी आदित्यनाथ 15 साल बाद यूपी के ऐसे सीएम होंगे जो विधानसभा के सदस्य होंगे। 2017-22 के कार्यकाल में वह विधानपरिषद के सदस्य थे। अखिलेश यादव भी विधानपरिषद सदस्य के तौर पर ही सीएम बने थे।
-सीएम योगी ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा है। यह विधानसभा क्षेत्र, गोरखपुर सदर संसदीय का हिस्सा है, जहां से योगी लगातार पांच बार सांसदी जीत चुके हैं। 2017 में इस सीट से भाजपा के डॉ.आरएमडी अग्रवाल चुनाव जीते थे। इस बार भाजपा ने उनकी जगह सीएम योगी को इस सीट से उतारा तो अचानक गोरखपुर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में छा गया। सीएम योगी के राजनीतिक कॅरियर में उनका यह पहला विधानसभा का चुनाव था।
-चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सीएम योगी ने अपनी सीट पर न्यूनतम समय दिया। उनकी मौजूदगी के बिना चुनाव प्रचार की कमान पूरी तरह टीम योगी ने संभाली। इस टीम में शामिल योगी के विश्वासपात्र सिपहसलारों ने पर्दे के पीछे रहकर ऐसी रणनीति बनाई जिसने न सिर्फ सीएम कैंडिडेट को अपनी सीट की चुनावी व्यस्तताओं से पूरी तरह मुक्त रखा बल्कि 2017 के मुकाबले ज्यादा मतदाताओं को घरों से निकालकर वोट डालने के लिए बूथों तक पहुंचाया भी। इसका परिणाम गुरुवार की शाम जब 53.22% (2017 में 51.12 मत पड़े थे ) मतदान के रूप में सामने आया। इस सीट पर छठे चरण में तीन मार्च को मतदान हुआ था।