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व्यापारियों ने CM योगी आदित्यनाथ को भेंट किया चांदी का बुलडोजर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. उत्तर प्रदेश की खराब पड़ी कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस बुलडोजर का उपयोग किया आज वह उसी के ब्रांड अम्बेसडर बन गए हैं। आमतौर पर नेताओं को लोग सार्वजनिक कार्यक्रम में स्मृतिका के रूप में देवी-देवताओं की मूर्तियां या फिर गदा, तलवार, धनुष-बाण देते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उपहार में चांटी का बुलडोजर मिला है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते तीन दिन से अपनी कर्मस्थली गोरखपुर में थे। होलिका दहन के साथ ही होली में रंग खेलने के बेहद इच्छुक सीएम योगी आदित्यनाथ ने तीन दिन के गोरखपुर प्रवास में हजारों लोगों से भेंट की। इसी बीच उनको गोरखपुर के व्यापारियों ने जो उपहार दिया, उसको तो देखते ही उनके चेहरे पर मुस्कान फैल गई।

उत्तर प्रदेश के साथ ही देश में भी बुलडोजर बाबा के नाम से विख्यात हो चुके सीएम योगी आदित्यनाथ को अपने ही शहर में चांदी का बुलडोजर को उपहार में मिला। गोरखपुर मंडल में भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई में शानदार जीत दर्ज की। मोदी-योगी की डबल इंजन की सरकार का जादू मतदाताओं के सिर चढ़कर बोला है। जनता ने सरकार की योजनाओं को सराहा है, इस कारण राशन से शासन का रास्ता साफ हो पाया है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के के बुलडोजर ने जातीय समीकरण ध्वस्त कर दिए।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद पहली बार गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मोमेंटो में हर जगह बुलडोजर मिल रहा है। गीता वस्त्र के डायरेक्टर शम्भू शाह एवं संजय शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चांदी का बुलडोजर स्मृति चिन्ह के रुप में दिया। इसको देखने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ काफी देर तक मुस्कुराते रहे।

प्रदेश में भाजपा की सत्ता दोबारा आने पर बाजारों में बुलडोजर के रुप में खिलौनों की मांग बढ़ गई है। इतना ही लोग सीएम योगी आदित्यनाथ को भी बुलडोजर बाबा के नाम से बुला रहे हैं। वाराणसी में लोग बुलडोजर का टैटू बनवा रहे हैं तो प्रयागराज में महिलाएं हाथ पर बुलडोजर के डिजाइन वाली मेंहदी लगा रही हैं।

माफिया के खिलाफ चला बुलडोजर: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों और माफिया के खिलाफ एक मुहीम छेड़ दी। जिसके बाद माफिया और उनके गुर्गों को जेल तो भेजा ही गया, साथ ही उनके अवैध संपत्तियों पर जमकर बुलडोजर चला। विधानसभा चुनाव - 2022 में भाजपा ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को ही विपक्ष के खिलाफ अपना सबसे बड़ा हथियार बना लिया। इसी दौरान माफिया पर बुलडोजर चलाने का स्लोगन हर जनसभाओं में गूंजने लगा।

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