पुरानी किताबों से ही पढ़ेंगे प्राइमरी स्कूलों के बच्चे, जानें क्यों
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. नए शैक्षिक सत्र में परिषदीय स्कूलों के बच्चे फिर पुरानी किताबों से पढ़ाई की शुरुआत करेंगे। एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हो रहा है लेकिन अभी तक किताबें छपने नहीं जा पाई हैं। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने सभी बीएसए को निर्देश दिए हैं कि पुराने विद्यार्थियों से पाठ्यपुस्तकें वापस ले ली जाएं। प्रदेश के 1.85 करोड़ बच्चों को इसका लाभ मिलता है।
जारी आदेश के मुताबिक, नई पाठ्यपुस्तकों की छपाई में अपरिहार्य कारणों से देरी हो रही है। लिहाजा नई पुस्तकें उपलब्ध होने तक अंतरिम व्यवस्था के तहत 2021-22 में कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों की पुरानी पाठ्य पुस्तकों को जमा कर लिया जाए ताकि इन्हें नए सत्र में बच्चों को दिया जा सके।
जब नई पाठ्य पुस्तकें दी जाएं तो बच्चों से पुरानी किताबें वापस ले ली जाएं। पाठ्य पुस्तकों के छपाई के लिए टेण्डर दिसम्बर ,2021 में ही किया गया था लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण कमेटी की बैठक नहीं हो पाई थी। लिहाजा अभी तक किताबें छपने नहीं जा पाई हैं।