पूर्व विधायक विजय मिश्र समेत 13 के खिलाफ मुकदमा, कार्रवाई से कोसों दूर पुलिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा वापस नहीं लेने पर पीडि़ता को धमकाने, लूटपाट और उसकी हत्या का प्रयास करने के मामले में पूर्व विधायक विजय मिश्र के आरोपित भतीजे सतीश मिश्र को जैतपुरा पुलिस प्रयागराज के सिविल लाइन से गिरफ्तार करने के बाद शांत बैठ गई है। अन्य आरोपित को गिरफ्तार करने में जैतपुरा पुलिस कोई रुचि नहीं दिखा रही है। विधानसभा चुनाव में व्यस्त होने का बहाना बनाती रही, अब होली का।
जैतपुरा निवासी युवती ने विजय मिश्र समेत 13 लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा गोपीगंज थाना में दर्ज कराया था। पीडि़ता ने बीते 13 सितंबर को जैतपुरा थाने में विजय मिश्र, उनके बेटे विष्णु मिश्र, बेटी रीमा पांडेय, सीमा पांडेय, गरिमा तिवारी, भतीजे सतीश मिश्र, मनीष मिश्र समेत 13 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप लगाया कि ये लोग उसके द्वारा गोपीगंज थाना में दर्ज कराए गए मुकदमे में बयान बदलने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं। जेल में बंद विजय मिश्र की बेटी, दामाद, भतीजे कुछ अवांछनीय लोगों को लेकर उसके घर में घुस आए और अपशब्द बोलते हुए उसे सुलह करने के लिए धमकी देने लगे।
विजय मिश्र की ताकत का हवाला देकर सुलह नहीं करने पर सूर्यमणि सिपाही की भांति उसकी भी हत्या कराने जैसा अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे थे। जब उसने विरोध किया तो सभी ने उसका मोबाइल छीन लिया और मारपीट करते हुए उसकी हत्या का प्रयास किया। शोरगुल होने पर उसे धमकाते हुए अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए। एडीसीपी वरुणा जोन प्रबल प्रताप सिंह के निर्देशन में उप निरीक्षक ईश्वर दयाल दुबे के नेतृत्व में टीम मुंबई गई और 12 दिन बाद खाली हाथ लौट आई थी।
मौके पर आरोपितों के नहीं मिलने पर टीम ने पांच स्थानों पर 82 की कार्रवाई करते हुए नोटिस चस्पा की है। विधानसभा चुनाव के नाम पर जैतपुरा पुलिस शांत बैठ गई है, अन्य आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई कब होगी इस बारे में कोई भी बताने को तैयार नहीं है। जबकि आरोपित विधायक विजय मिश्र, ब्लाक प्रमुख भतीजा मनीष मिश्र समेत तीन लोग जेल में है।