चुनाव में 'हथियार' बना तो बढ़ गई बुलडोजर की मांग, कीमतों में 6 लाख तक का उछाल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बुलडोजर की चर्चा हर जुबान पर रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘बुलडोजर बाबा’ के नाम से लोकप्रिय हो गए। बुलडोजर पर चढ़कर जश्न मनाने वाली तस्वीरें आम रहीं। इसका असर बाजार पर भी हुआ। अचानक बुलडोजर की मांग बढ़ गई है।
प्रशंसक मुख्यमंत्री को चांदी का बुलडोजर भेंट कर रहे हैं तो वहीं खिलौनों की दुकानों पर बच्चे बुलडोजर की मांग कर रहे हैं। नगर निगमों, नगर पंचायतों और निर्माण एजेंसियों की ओर से मांग बढ़ने का नतीजा है कि सालभर में इसकी कीमतों में छह लाख तक का उछाल आ गया है।
हेलीकॉप्टर से सभा में जा रहे योगी द्वारा बुलडोजर दिखाने का वीडियो वायरल होने का मामला हो या फिर चुनाव में जीत के बाद गोरखनाथ मंदिर में बुलडोजर की परेड। देखते ही बुलडोजर छा गया। नगर निगम से लेकर नगर पंचायतों में अतिक्रमण ध्वस्त करने के लिए जेसीबी की खरीद हो रही है। नगर निगम में उपनगर आयुक्त संजय शुक्ला का कहना है कि 25-25 लाख कीमत के पांच बुलडोजर की खरीद की जा रही है। गोरखपुर में बुलडोजर की दुकानों पर ऑर्डर मिलने लगे हैं।
देवरिया बाईपास पर बुलडोजर के दुकानदार प्रवीण सिंह बताते हैं कि कोरोना काल में निर्माण से लेकर खनन के कार्य में बंदिश के चलते बुलडोजर की डिमांड में कमी थी। लेकिन योगी सरकार की दोबारा जीत के बाद पूछताछ बढ़ गई है। अप्रैल में अच्छी संख्या में बुलडोजर की डिलिवरी होगी। प्रवीण के मुताबिक हकीकत यही है कि बुलडोजर की कीमतों में चार से छह लाख रुपये की बढ़ोतरी सिर्फ एक साल में हो गई है। कच्चे माल की कीमतों और बीएस-फोर के चलते भी कीमतें बढ़ी हैं। कोरोना काल से पहले एक साल में गोरखपुर में 200 बुलडोजर की बिक्री होती थी। इस बार 300 के पार जाने की उम्मीद है।
बैकोलोडर है वास्तविक नाम
बुलडोजर हो या फिर जेसीबी ये नाम ब्रांड के हैं। कारोबारी प्रवीण सिंह का कहना है कि आगे और पीछे दोनों ओर से बैकोलोडर काम करता है।
खिलौनों की दुकान पर भी बुलडोजर की मांग
पिचकारी के थोक कारोबारी मनीष पटवा बताते हैं कि होली में बुलडोजर वाली पिचकारी की काफी मांग रही। अगली होली के लिए अभी से ही दिल्ली की फर्मों को ऑर्डर दे दिया गया है। वहीं खिलौनों की दुकानों पर भी क्रेन या बुलडोजर की डिमांड है। कारोबारी अमन के मुताबिक अभी तक क्रेन खिलौने के रूप में आती थी, जिसकी कीमत 150 से 400 रुपये के बीच है।
अब बुलडोजर की मांग बढ़ गई है। मुख्यमंत्री को भेंट करने और होली समारोहों को लेकर भी बुलडोजर की मांग बढ़ गई है। फूलों के कारोबारी समीर राय बताते हैं कि राप्तीनगर में होली मिलन समारोह में महापौर को बुलडोजर दिया गया था। मांग को देखते हुए थोक कारोबारी इसे बड़ी संख्या में मंगा रहे हैं। बुलडोजर के प्रतीक 150 से 700 रुपये तक में उपलब्ध हैं।