आजमगढ़ में BDO की गाड़ी से मतपत्र मिले, सपाइयों के हंगामे के बाद प्रशासन ने गलती मानी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. बनारस समेत कई जिलों में ईवीएम और मतपत्रों के लेकर चल रहे विवाद में नया नाम आजमगढ़ का भी जुड़ गया है। बुधवार की रात शहर के बेलईसा स्थित एफसीआई गोदाम के मतगणना केंद्र के बाहर उस वक्त हंगामा हो गया जब खण्ड विकास अधिकारी राजीव वर्मा की स्कॉर्पियो से कुछ सादे पोस्टल बैलेट बरामद हुए। प्रशासन ने बीडीओ की गलती मानी और कहा कि इसे सात तारीख को ही जमा हो जाना चाहिए। डीएम ने बीडीओ के निलंबन की संस्तुति चुनाव आयोग को भेजी है।
मतदान केंद्र के बाहर 24 घंटे से पहरेदारी कर रहे सपाइयों ने स्कार्पियो को चेक करना चाहा तो एक बैग से सादे पोस्टल बैलट बरामद हुए। इसके बाद सपाइयों ने हंगामा शुरू कर दिया। कुछ देर में ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता, प्रत्याशी और विधायक दुर्गा प्रसाद यादव, संग्राम यादव, नफीस अहमद, जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, प्रत्याशी अखिलेश यादव, अपने समर्थकों संग पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी।
हंगामा बढ़ने पर जिला अधिकारी भी एसपी संग मौके पर पहुंच गए। विधायक दुर्गा यादव ने बताया कि दोपहर में पोस्टल बैलट की अनियमितता एवं मतगणना केंद्र में गड़बड़ी की आशंका संबंधी शिकायत की गई थी। इसके बाद जिलाधिकारी ने यह कहा था कि आप लोग मतगणना केंद्र के अंदर जा रहे किसी भी वाहन को चेक कर सकते हैं।
रात 8:00 बजे बिजली चली गई। इसी दौरान एक सफेद रंग की स्कार्पियो अंदर जाने लगी, सपाइयों ने इस गाड़ी को रोक लिया, उस गाड़ी में तलाशी के दौरान एक बैग में सादे पोस्टल बैलट बरामद हुए। इन मतपत्रों को देखते ही सपाई आग बबूला हो गए। मौके पर नारेबाजी शुरू हो गई।
जिलाधिकारी ने बताया कि यह बचे हुए पोस्टल बैलट हैं। उन्होंने बताया कि यह बीडीओ की गलती है। बचे हुए मतपत्रों को प्रशासन की सूचना के साथ 7 तारीख तक जमा करा देना चाहिए। इसने यह जानकारी किसी को नहीं दी। नियम के अनुसार बचे हुए मतपत्रों को प्रत्याशियों के एजेंट के सामने उनकी जानकारी में जमा कराए जाते हैं। सपा के प्रतिनिधियों से एक तहरीर लेकर पुलिस कार्रवाई कर रही है।
डीएम ने कहा कि एसडीएम सदर को इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल बीडीओ के निलंबन के लिए चुनाव आयोग को संस्तुति कर दी गई है।