पत्नी की डिलीवरी के बाद युवक का खौफनाक कदम, एंबुलेंस में लगाई फांसी-मुश्किल से बची जान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, हरदोई. प्रसव के बाद प्रसूता को घर ले जाने को लेकर एंबुलेंस में मायके और ससुराली पक्ष में विवाद होने लगा। विवाद बढ़ने पर पति ने एंबुलेंस के अंदर गमछे से गले में फंदा लगा लिया। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह गमछा खोलकर युवक को बचाया।
हरपालपुर क्षेत्र के खसौरा की ललिता की फर्रुखाबाद के थाना राजेपुर के ग्राम बहादुरपुर के अजय के साथ शादी हुई है। मायके पक्ष ने बताया कि ललिता गर्भवती थी और दो माह से मायके में रह रही थी। सोमवार को प्रसव पीड़ा होने पर वह लोग ललिता को लेकर महिला अस्पताल पहुंचे, जहां पर ललिता ने बेटे को जन्म दिया। इसके बाद पति अजय और उसके परिवारवाले अस्पताल पहुंच गए। मंगलवार को ललिता की अस्पताल से छुट्टी हो गई।
102 एंबुलेंस प्रसूता को घर छोड़ने के लिए जा रही थी, जहां पर मायके और ससुराल पक्ष के लोगों में ललिता को अपने-अपने घर ले जाने को लेकर विवाद होने लगा। इसी दौरान एंबुलेंस के अंदर बैठे अजय ने गमछे से गले में फंदा लगाकर गला कस लिया। एंबुलेंस में मौजूद परिवारवालों ने किसी तरह उसे पकड़ा। देखते ही देखते मौके पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। एंबुलेंस के चालक और इएमटी ने मामले को शांत कराया और इसके बाद प्रसूता को खसौरा छोड़ दिया।