उत्तर प्रदेश की तीन महिलाएं ट्रेन में गलत काम करते हुए गया में पकड़ी गईं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गया. उत्तर प्रदेश की तीन महिलाएं ट्रेन में गलत काम करते हुए पकड़ी गई हैं। ऋषिकेश-हावड़ा योग नगरी एक्सप्रेस से गया जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर छह से 140 पीस जीवित कछुआ के साथ तीन महिला तस्कर को रेल पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया। तीनों महिला तस्कर ट्रेन के कोच में जीवित कछुओं से भरी बैग लेकर उतर प्रदेश से बंगाल ले जा रहे थे। घटना गुरुवार की देर रात की है। रेल थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर ऋषिकेश- हावड़ा योग नगरी एक्सप्रेस ट्रेन गया पहुंचने पर रेल पुलिस की टीम के द्वारा कोच संख्या एस-11 में छापेमारी की गई।
छापेमारी में भरी बैग से 140 पीस जीवित कछुआ बरामद किए गए। इनका वजन एक से डेढ़ किलो के बीच है।साथ ही इस दौरान तीन महिला कछुआ तस्कर की गिरफ्तारी की गई। गिरफ्तार महिला तस्करों की पहचान उतर प्रदेश के सुल्तानपुर जिला के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के महेश्वर निवासी गुड़िया कुमारी पति अर्जुन,साधना कुमारी पति अनिल एवं काजल कुमारी पिता मोनू के रूप में किया गया।
शुक्रवार को रेल थाना की पुलिस के द्वारा बरामद 140 पीस जीवित कछुआ को वन विभाग के वन प्रमंडल पदाधिकारी को सुपुर्द किया गया। इस मामले में रेल थाना तीनों महिला तस्कर के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। रेल पुलिस की छापेमारी टीम में आरपीएफ-जीआरपी के पदाधिकारी व जवान शामिल थे। विदित हो कि पहले भी कई बार योगनगरी ऋषिकेश-हावड़ा एक्सप्रेस से जीवित कछुए बरामद हुए हैं।
ताकत बढ़ाने संबंधित औषधी बनाने में किया जाता है प्रयोग
उतर प्रदेश से हावड़ा जाने वाली ट्रेनों से ठंड के मौसम को लेकर कछुए की तस्करी विशेष रूप से की जाती है। ताकत बढ़ाने संबंधित औषधी बनाने में कछुआ का प्रयोग किया जाता है। सूत्र बताते हैं कि हाल के दिनों में कछुए की तस्करी के मामले बढ़े हैं। उत्तर प्रदेश से कोलकाता के लिए ट्रेनों से जीवित कछुआ की तस्करी के मामले में तेजी आई है। 13 जनवरी 2022 को भी ऋषिकेश-हावड़ा योग नगरी एक्सप्रेस से जीवित 61 कछुआ बरामद किया गया था। इस दौरान किसी तस्कर की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। 2020 में भी कई बार गया जंक्शन पर ट्रेनों से कछुआ पकड़ाया था। इस दौरान पुरुष औऱ महिला तस्कर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।