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सैदपुर में सपा लगा पाएगी हैट्रिक या राह में रोड़ा फंसाएगी भाजपा?

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. Saidpur News: सैदपुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट पर भाजपा, सपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय संघर्ष होता आया है. इसका अधिक लाभ सपा और बसपा को ही मिला है. 1996 में आखिरी बार यहां से भाजपा के डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय जीते थे. वर्तमान में केंद्र सरकार में मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय सैदपुर क्षेत्र के ही रहने वाले हैं. उनके अलावा भाजपा के बड़े नेता कलराज मिश्र भी यहीं के हैं. 2008 के परिसीमन के बाद यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दी गई. इसके बाद हुए दोनों चुनावों में यहां से सपा के सुभाष पासी ने जीत दर्ज की थी. सुभाष अब पाला बदलकर भाजपा के खेमे में जा चुके हैं.

सैदपुर सीटपर आजादी के बाद पहला चुनाव साल 1952 में हुआ था. तब प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने जीत हासिल की थी. 1957 में कांग्रेस ने यह सीट छीन ली थी. 1962 में फिर सोशलिस्‍ट पार्टी ने वापसी कर ली थी. 1967 में कांग्रेस के आत्माराम पांडेय ने दोबारा इस सीट पर कब्‍जा कर लिया. 1969 में भारतीय क्रांति दल से रामकरन दादा, 1974 में कांग्रेस के प्रभुनारायण सिंह और 1977 में जनता पार्टी के उदयनारायण सिंह विधायक बने. 

1980 में रामकरन दादा ने चौधरी चरण सिंह की जनता पार्टी सेकुलर के टिकट पर दूसरी बार विधायक बने. 1984 व 1989 में जनता दल के राजीत यादव जीते. 1991 में पहली बार भाजपा का खाता खुला और डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय विधानसभा पहुंचे. 1993 में विधानसभा में पहली बार हाथी चली और लालजी चौहान बसपा से जीत दर्ज की. 1996 में डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय दूसरी बार भाजपा से विधायक बने. 2002 में बसपा के डा कैलाशनाथ यादव ने डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय को हरा दिया. 2004 में हुए उपचुनाव में सपा का खाता खुला और राजनाथ यादव विधायक बने. 2007 में बसपा के दीनानाथ पांडेय ने जीत दर्ज की. 2012 से सपा का कब्‍जा है.

2017 का परिणाम

सपा के सुभाष पासी को 76664 वोट मिले थे. भाजपा के विद्यासागर सोनकर 67954 वोट प्राप्‍त कर दूसरे स्‍थान पर थे. तीसरे स्‍थान पर रहे बसपा के राजीव किरण को 59726 वोट मिले थे. 3.75 लाख मतदाताओं वाली सैदपुर विधानसभा सीट पर दलित वोटरों की संख्‍या लगभग 75 हजार है. इसके बाद यादव हैं, जिनकी संखया करीब 70 हजार है. राजभर 33 हजार, मुस्‍लिम 26 हजार, कुशवाहा 22 हजार, क्षत्रिय 19 हजार, वैश्‍य 18 हजार और ब्राह्मण वोटर लगभग 17 हजार हैं.

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