वाराणसी और पटना के बीच परिवहन सेवा को मिलेगी मजबूती, बिहार सरकार ने परमिट के लिए मांगे आवेदन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी और पटना के बीच रोडवेज की परिवहन सेवा को और मजबूती मिलेगी। इसके लिए बिहार सरकार ने निजी बस ऑपरेटरों से परमिट के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है। वाहन स्वामी तीन फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जबकि उन्हें मूल प्रतियों के साथ चार फरवरी तक स्थानीय परिवहन कार्यालय पहुंचना होगा। इस बाबत वाराणसी में रोडवेज के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस रूट पर लगभग आठ परमिट जारी करने की प्रथम चरण में योजना बनाई गई है।
इस बाबत बिहार राज्य सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश और ओडिशा के विभिन्न जनपदों के लिए निजी बसों को परमिट जारी करने की योजना बनाई गई है। इसके तहत राजधनी पटना से उत्तर प्रदेश में लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी समेत 30 अलग अलग रूट निर्धरित किए गए हैं। जिसमें 25 परमिट बिहार से उत्तर प्रदेश के लिए जारी किया जाएगा। पूर्व में बिहार के लिए डग्गामार बसों का ही संचालन हो रहा था जिसकी वजह से रोडवेज को काफी नुकसान भी हो रहा था और वाराणसी से यात्रियों के लिए बिहार में पटना तक जाने में काफी फजीहत भी हो रही थी।
वाराणसी के यात्रियों को मिलेगी राहत : बिहार राज्य सरकार की इस पहल से वाराणसी के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। दरअसल, एक दशक पहले दोनों राज्यों के बीच तकनीकी कारणों से निगम की बस सेवा बंद चल रही है। डेढ़ वर्ष पूर्व वाराणसी से गया (बिहार) के बीच रोडवेज निगम की ओर से बसों का संचालन शुरू हुआ था। लेकिन संक्रमण के चलते ज्यादा समय तक यात्रियों को इस सेवा का लाभ नहीं मिल पाया। दोनों राज्यों के बीच निगम की गाडियों के संचालित संचालन न होने का फायदा डग्गामार वाहनों को मिल रहा है। कैंट स्टेशन, रोडवेज और मालगोदाम क्षेत्र से अनधिकृत रूप से बिहार के लिए प्राइवेट गाड़िया चलाई जा रही हैं।