गोरखपुर रूट पर राजधानी एक्सप्रेस और वंदे भारत ट्रेन की मिल सकती है सौगात
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. आम बजट को लेकर आमजन के साथ पूर्वोत्तर रेलवे और पूर्वांचल के लोगों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। लोगों को आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में रेल लाइनों का जाल बिछेगा। इसके लिए बजट में निर्माण कार्यों को पूरा करने पर जोर रहेगा।
यात्री सुविधाएं और संरक्षा तो मजबूत होंगी ही, पूर्वोत्तर रेलवे रूट पर (गोरखपुर सहित) कुछ नई ट्रेनों की सौगात मिल सकती है, जिसमें वंदे भारत की संभावना है। लोग बजट में देश की महत्वपूर्ण गतिमान ट्रेनों की घोषणा का का इंतजार कर रहे हैं। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने भी बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा 425 किमी लंबी रेल लाइन को 110 से 130 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली ट्रेनों के लायक बना दिया है।
सहजनवां- दोहरीघाट और खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन को पूरा करने के लिए मिलेगा पर्याप्त धन
जानकारों के अनुसार बजट लोकलुभावन ही होगा। वैसे भी रेल मंत्रालय ने नई रेल लाइन सहजनवां- दोहरीघाट और खलीलालाबाद- बहराइच के लिए पिछले वर्ष धन आवंटित कर लोगों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। नई रेल लाइन के कार्य में प्रगति भी आ गई है। ऐसे में आम बजट में दोनों नई रेल लाइनों के लिए पर्याप्त धन मिलने की उम्मीदें बढ़ गई है। गोरखपुर कैंट-पनियहवा तथा भटनी-औंड़िहार दोहरीकरण, कुसम्ही-गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी रेल लाइन तथा दोहरीघाट-इंदारा आमान परिवर्तन के लिए भी धन मिलेगा, ताकि यह योजनाएं भी समय से पूरा हो सकें। विद्युतीकरण के लिए तो रेल मंत्रालय लक्ष्य निर्धारित कर चल रहा है।
इन रेल लाइनों के लिए भी धन मिलने की उम्मीद
आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग के अलावा लूप लाइनों (साइड लाइनों) पर चल रहे कार्यों को भी समय से पूरा करने के लिए धन मिलेगा। रेल मंत्रालय ने वर्ष 2023 तक सभी रेलमार्ग को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। निर्माण कार्यों के अलावा यात्री सुविधाओं और संरक्षा को मजबूत करने के लिए भी अतिरिक्त बजट का प्रावधान हो सकता है।
स्टेशनों और कोचों में यात्रियों को विशेष सुविधा की घोषणा हो सकती है। रेल लाइनों और सिग्नल को मजबूत बनाने के लिए भी धन मिलेगा, ताकि दुर्घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके। कर्मचारी हितों के लिए भी अलग से घोषणा हो सकती है।