सरसों तेल की कीमत में भारी उछाल, एक सप्ताह में इतना बढ़ गया भाव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. रूस यूक्रेन युद्ध का असर दिखना शुरू हो गया है। इस युद्ध के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में एक बार फिर जबरदस्त तेजी आई है। एक सप्ताह भीतर फुटकर व थोक में तेल के भाव प्रति लीटर 135 से 155 रुपये तक पहुंच चुके हैं। आगे भी कीमत बढ़ने के आसार हैं।
सोयाबीन तेल का भाव भी बढ़ा
जो सोयाबीन तेल 15 से 20 फरवरी के बीच 135 से 140 रुपये प्रति लीटर थोक के भाव बिक रहा था आज उसमें 15 से 20 रुपये तक का उछाल है। सरसों तेल की कीमत में भी पांच रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। वर्तमान में सर्वाधिक कीमतें सोयाबीन रिफाइंड व पाम आयल की बढ़ी है। वजह है बाहर के देशों से इन तेलों का आयात न होना है। इसी तरह सोयाबड़ी की कीमतों में भी इजाफा हुआ है। 20 किलो की बोरी शुक्रवार को 1860 रुपये में बिकी। जो सप्ताह भर पहले 1620 रुपये में बिक रहा था।
लंबे समय से स्थित थीं तेल की कीमतें
साहबगंज मंडी के तेल के थोक व्यापारी मनीष चांदवासिया के अनुसार इस बार लंबे समय से तेल की कीमतें लगभग स्थिर बनी हुई थी। शादी का सीजन होने के बावजूद सोयाबीन तेल के भाव थोक बाजार में 130 से 140 रुपये प्रति लीटर ही बने हुए थे। फरवरी माह के पहले सप्ताह से ही भाव बढ़ना शुरू हुआ, जो लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि यूक्रेन संकट ने बाजार को ज्यादा प्रभावित किया है। यहीं कारण है कि पाम आयल भी महंगा है अगले कुछ दिनों में त्योहारों के कारण मांग बढ़ेगी। क्योंकि महाशिवरात्रि, होली व अन्य त्योहार नजदीक है हैं। ऐसे में इस सप्ताह के अंत तक बाजार में त्योहारी खरीदारी शुरू होते ही मांग बढ़ने से भी भाव बढ़ेंगे।
होली के बाजार पर भी दिखेगा असर
खाद्य तेलों की महंगाई में सप्ताह भीतर आई तेजी का असर होली के बाजार पर दिखेगा। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार पकवान के लिए खाद्य तेलों की जरूरत होती है। अचानक महंगाई से दुकानदारों के साथ ही आम लोगों की दिक्कत बढ़ेगी और इसका असर होली के कारोबार पर भी दिखेगा।