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अखिलेश यादव पर जमकर बरसे PM मोदी, जयंत चौधरी पर चुप्पी के क्या हैं मायने!

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूपी चुनाव के लिए पहली वर्चुअल रैली की। इस दौरान पीएम मोदी ने सपा पर जमकर हमला बोला तो वहीं सपा की सहयोगी पार्टी रालोद पर बरसने से किनारा किया। रालोद पर हमले से बचने को लेकर राजनीतिक विश्लेषक कई मायने निकाल रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि रालोद प्रमुख जयंत चौधरी के इनकार के बाद भी भाजपा उनमें संभावनाएं तलाश रही है। यही नहीं चर्चा यह भी है कि मंच से पीएम मोदी द्वारा चौधरी चरण सिंह के बारे में बखान करना और उनको सम्मान देना भी इस ओर इशारा कर रहा है।  

दरअसल पहले और दूसरे चरण का मतदान पश्चिमी यूपी से ही शुरू होना है। पीएम मोदी पश्चिम यूपी के 21 विधानसभा क्षेत्रों के लिए पहली वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने कई साहसिक फैसले लिए हैं। मुस्लिम महिलाओं के शोषण को रोकने के लिए तीन तलाक प्रथा को खत्म किया। मुस्लिम महिलाओं को सुरक्षा दी। सभी महिलाओं को बराबरी के अधिकार के लिए शादी की उम्र को बढ़ा कर 21 साल तक करने का प्रयास किया। 

मोदी ने सपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कौन भूल सकता है कि 5 साल पहले जब इलाकों में दंगे होते थे तो सपा सरकार जश्न मना रही थी। तत्कालीन सरकार सैफई महोत्सव में व्यस्त थी। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की नब्ज को देखते हुए 1857 की क्रांति के नारे, कमल का फूल और रोटी का भी खास उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अगर एकजुट रहेंगे तो परास्त नहीं होंगे। समाजवादी पार्टी को परोक्ष रूप से बंटवारे की राजनीति के लिए जिम्मेदार ठहराया। प्रधानमंत्री का सबसे ज्यादा जोर उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर रहा। उन्होंने दो टूक कहा कि माफिया, गुंडा पर भाजपा सरकार ने अंकुश लगाया। अब वह बदला लेने के लिए ताकत झोंके हुए हैं, लेकिन उनको सफल नहीं होने दिया जाएगा।

पीएम मोदी ने योगी की सरकार की प्रशंसा की। मोदी ने सपा नेता अखिलेश यादव के सपनों पर भी तंज कसा और कहा कि जो सोते हैं उनको ही सपने आते हैं। जो जागते हैं वह संकल्प लेते हैं। मुख्यमंत्री योगी खुद भी जागते हैं और सिस्टम को भी जगाए रखते हैं। सपा नकली समाजवादी हैं और उनके पास विजन के नाम पर सिर्फ गुस्सा और आक्रोश है। प्रधानमंत्री ने अखिलेश यादव के नोएडा न जाने के मिथक और वैक्सीन को लेकर दिए गए बयानों पर कहा कि ऐसे लोग युवाओं को क्या संदेश देंगे जो खुद ही इस तरह की बातें कर रहे हैं।

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