पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल की सात सीटों पर हार-जीत का था मामूली अंतर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. 2017 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी, आजमगढ़ और मीरजापुर मंडल की सात सीटें ऐसी थीं, मतगणना के समय जहां प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की सांसें थम गई थीं। इन सीटों पर जीत का अंतर तीन हजार से भी कम वोटों का था। काउंटिंग के दौरान कभी कोई प्रत्याशी आगे होता तो अगले चरण में दूसरा आगे हो जाता। सपा का गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ की तीन सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने कड़ी टक्कर दी थी और उनकी हार का अंतर बेहद कम था।
याद रहा मोहम्मदाबाद गोहना सीट की गणना का तनाव
सबसे रोचक लड़ाई मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना सीट पर हुई थी। यहां भाजपा प्रत्याशी श्रीराम सोनकर ने बसपा के राजेंद्र राम को मात्र 452 वोटों के अंतर से हराया था। भाजपा ने इस बार सोनकर की जगह पूनम सरोज को प्रत्याशी बनाया है। बसपा प्रत्याशी ने भी पाला बदल लिया है और सपा के टिकट से मैदान में हैैं। दोनों दलों के बीच रोचक लड़ाई होने के आसार बन रहे हैं।
मुबारकपुर में सपा को पुराने प्रत्याशी पर भरोसा
आजमगढ़ के मुबारकपुर से बसपा के शाह आलम ने सपा के अखिलेश यादव (सपा अध्यक्ष नहीं) को मात्र 688 वोटों के अंतर से हराया। हालांकि शाह आलम ने सपा का दामन थाम और टिकट की दावेदारी कर दी, लेकिन टिकट नहीं मिला। ऐन वक्त पर शाह आलम ने ओवैसी का दामन थामा लिया और उनकी पार्टी से प्रत्याशी हैैं। यहां सपा और बसपा के बीच टक्कर होती दिख रही है।
भाजपा गठबंधन को गई अतरौलिया सीट
अतरौलिया सीट पर सपा के डा. संग्राम यादव और भाजपा के कन्हैया निषाद के बीच कांटे की टक्कर में डा. संग्राम 2467 वोटों से जीत दर्ज कर पाए थे। इस बार यह सभी भाजपा-निषाद पार्टी गठबंधन को मिली है और यहां से गठबंधन प्रत्याशी प्रशांत सिंह मैदान में हैं। यहां सपा और भाजपा में कड़ा मुकाबला होने के आसार बन गए हैं।
भाजपा छोड़ गए सपा में पर नहीं मिला टिकट
लालगंज सुरक्षित सीट से बसपा के आजाद अरिदमन और भाजपा के दरोगा सरोज के बीच टक्कर हुई। इसमें बसपा प्रत्याशी को 2227 वोटों से जीत मिली। हार के बाद दरोगा सरोज पार्टी छोड़ सपा में चले गए लेकिन इस बार टिकट नहीं मिला है। सपा ने तीसरे नंबर पर रहे पार्टी उम्मीदवार बेचई सरोज पर भरोसा जताया है।
जीत इतनी नहीं आसान, होगा संघर्ष
भदोही विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने सपा के जाहिद बेग को 1101 वोटों के अंतर से हराया था। इस बार दोनों पुराने ही प्रत्याशी अपने-अपने दलों से मैदान में उतरे हैं। दोनों के बीच इस बार भी कड़ा संघर्ष होता दिख रहा। दोनों दलों का अपना-अपना खासा जनाधार है इसलिए स्थिति 2017 की तरह बनती जा रही है।
त्रिकोणीय लड़ाई बन रही स्थिति
जौनपुर की बदलापुर सीट पर भाजपा के रमेश चंद्र मिश्र ने बसपा के लालजी यादव को 2372 मतों से हराया था। इस बार यहां लड़ाई भाजपा, सपा व कांग्रेस के बीच है। भाजपा से रमेश चंद्र मिश्र, सपा ओम प्रकाश दुबे व कांग्रेस से आरती सिंह मैदान में हैं।
जीते थे कम वोटों से अब गठबंधन का सहारा
सोनभद्र में दुद्धी विधानसभा सीट पर भाजपा व अद गठबंधन प्रत्याशी हरिराम चेरो सात बार के विधायक विजय सिंह गोंड़ को महज 1085 मतों के अंतर से हरा कर विधायक बने थे। इस बार यहां पर सपा से विजय सिंह गोंड़ मैदान में है, वहीं भाजपा व अद के विधायक हरिराम चेरो पार्टी छोड़ सपा में चले गए। कांग्रेस से बसंति पनिका ने मैदान में आकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है।
यह जीत हार का रहा अंतर
विस क्षेत्र विजेता उपजेता जीत का अंतर
मोहम्मदाबाद श्रीराम सोनकर राजेंद्र राम 452
गोहना भाजपा बसपा
73493 73041
मुबारकपुर शाह आलम अखिलेश 688
बसपा सपा
70705 70017
अतरौलिया डा. संग्राम कन्हैया निषाद 2467
सपा भाजपा
74276 71809
लालगंज सु. अरिदमन दरोगा सरोज 2227
बसपा भाजपा
72715 70488
भदोही रवींद्रनाथ जाहिद बेग 1101
भाजपा सपा
79515 78414
बदलापुर रमेशचंद्र मिश्र लालजी यादव 2372
भाजपा बसपा
60237 57865
दुद्धी हरिराम चेरो विजय गोंड 1085
भाजपा-अद बसपा
64399 63314