आंगनबाड़ी केंद्रों को पूरी क्षमता से खोलने के निर्देश पर नहीं हुआ अमल - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना के चलते करीब डेढ़ साल बाद सोमवार से आंगनबाड़ी केंद्रों को पूरी क्षमता के साथ खोला जाना था लेकिन अधिकांश केंद्रों पर ताले लटके रहे। जो केंद्र खुले भी, उनमें बच्चों की उपस्थिति सामान्य रही। अधिकांश केंद्रों पर सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था नहीं थी।
कोरोना के दौरान जब भी केंद्र खोलने के निर्देश आए तब आधा बच्चों को ही एक बार में बुलाया जाता था। एक दिन 3 से 4 वर्ष और दूसरे दिन 4 वर्ष से ऊपर के नौनिहालों को बुलाया जाता था। डेढ़ साल बाद अब सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को पूरी क्षमता से खोला जाना है। मरदह ब्लॉक के कई आंगनबाड़ी केंद्र खुले थे लेकिन बहुतों पर ताला भी लटका रहा। जो केंद्र खुले थे वहां भी बच्चों की नाममात्र की उपस्थिति रही। वहीं, पहले दिन नौनिहालों को पोषण आहार के साथ-साथ खेल गतिविधियों के माध्यम से नैतिक शिक्षा देने का फरमान था, लेकिन सब कागजों में सिमट कर रह गई।
प्राथमिक विद्यालय मरदह के आंगनबाड़ी केंद्र पर सुबह 10 बजे ताला बंद था। कर्मचारी भी अनुपस्थित रहे। प्राथमिक विद्यालय महेगवां के आंगनबाड़ी केंद्र में 38 में 15 बच्चे मौजूद रहे। कार्यकर्ता भगवती वर्मा मौजूद थीं। प्राथमिक विद्यालय नरवर पर 1.15 बजे सहायिका कुमारी पूनम और दस बच्चे उपस्थित थे।
प्राथमिक विद्यालय कंसहरी पर 1.25 बजे वहां तैनात दो कार्यकत्री व दो सहायिका अनुपस्थित थी। प्राथमिक विद्यालय करदह कैथवली के आंगनबाङी केंद्र पर 1.30 बजे तक ताला लटकता रहा। प्राथमिक विद्यालय हैदरगंज पर 1.40 बजे केंद्र बंद था। प्राथमिक विद्यालय मटेहूं का केंद्र 1.46 बजे तक बंद रहा और वहां तैनात दो कर्मचारी अनुपस्थित रहे। प्राथमिक विद्यालय भीखमपुर 1.50 बजे तक बंद रहा। केंद्र पर तैनात दोनों कर्मचारी गायब रहे।
प्राथमिक विद्यालय हमीरपुर का भी केंद्र बंद रहा। जिससे दोनों कर्मचारी अनुपस्थित रहे। प्राथमिक विद्यालय बिजौरा प्रथम भी 2.10 बजे व द्वितीय 2.12 बजे और प्राथमिक विद्यालय गंभीरिया केंद्र 2.18 बजे तक बंद रहा और तैनात आंगनबाङी कार्यकत्री व सहायिका अनुपस्थित रही। प्राथमिक विद्यालय महेगवां के आंगनबाङी केंद्र के बच्चे शिवम, शिवानी, पियूष, नीरज, अनुष्का, साधू, रेशमा, सुनैना, गोलू, सब्बू, अर्चना ने बताया की यहां हमें अलग से कोई खाना नहीं मिलता है जो प्राथमिक विद्यालय के बच्चे खाते है वह हमें भी मिलता है।
तीन दिन पहले शनिवार को क्षेत्रीय अधिकारियों को सभी आंगनबाड़ी केंद्र खोलने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन करना है। पहले दिन जो केंद्र बंद मिले। उनका स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। उन पर कार्रवाई की जाएगी।-दिलीप पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी