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इमली बनी कंपनी की सीईओ, आदित्य को लगा तगड़ा झटका

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. टीवी शो 'इमली' में अभी तक आपने देखा होगा कि इमली, आदित्य और आर्यन पगडंडिया से वापस लौट आए हैं. आर्यन अपनी तबीयत खराब होने के चलते इमली को सीईओ बना देता है. वह उसे अपनी कार की चाबी भी दे देता है. आर्यन कहता है कि अब इमली उसका काम संभालेगी. अब जानिए आज के एपिसोड में क्या होने वाला है. 

आर्यन ने इमली को बना दिया सीईओ

इमली कोट-पैंट पहनकर ऑफिस पहुंचती है तो स्टाफ के लोग उसे खूब रिस्पेक्ट देते हैं. इमली को उसका पर्सनल केबिन भी मिलता है जिसे देखकर वह बहुत इमोशनल हो जाती है. वह कहती है कि मेरा सपना सच हो गया है. इमली अपनी मां मीठी को कॉल करके बताती है कि आर्यन ने उसे बॉस बना दिया है. इस पर मीठी उसे बताती है कि आर्यन ने मुझसे कहा था कि वह तुम्हें खुद का ख्याल रखना सिखाएगा. उसने तुम पर भरोसा किया है और उसका भरोसा कभी मत तोड़ना. 

इमली की कामयाबी से खुश हुआ त्रिपाठी परिवार

इसके बाद इमली, अपर्णा को बताती है कि वह भास्कर टाइम्स की सीईओ बन गई है. वह बताती है कि आर्यन ने उसे एक दिन के लिए सीईओ बनाया है. ये सुनकर सभी लोग खुश हो जाते हैं. तभी आदित्य भी ऑफिस पहुंचता है तो पता चलता है कि आर्यन ने किसी और को सीईओ बना दिया है. इसके बाद इमली, आदित्य के पास जाती है. तभी एक स्टाफ आदित्य को बताता है कि इमली आज से भास्कर टाइम्स की सीईओ है तो वह चौंक जाता है. 

आदित्य ने इमली को जमकर मारे ताने

आदित्य इमली को जमकर ताने मारता है. वह कहता है कि यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की होगी तुमने. कितने आर्टिकल्स लिखे होंगे. ये सब तो कामयाबी पाने के पुराने तरीके हैं. लोग तो कामयाबी की सीढ़ी चढ़ते हैं लेकिन तुमने तो सीधे लिफ्ट ले ली. पहले बॉस के घर में जगह बनाई, फिर उसके दिल में अब सीधे उसके केबिन में तुमने तो कमाल कर दिया. ये सुनकर इमली रोने लगती है. 

इमली ने आदित्य को लगाई फटकार

इमली अपने आंसू पोछती है और कहती है कि गलती सर की नहीं मेरी है कि किसी ने मुझे ताने मार दिए तो मेरी आंखों में आंसू आ गए. आंसू बह सकते हैं और पोछे जा सकते हैं लेकिन मेरी काबिलियत ना तो बहेंगे और ना ही पोछे जाएंगे. इसके बाद इमली, आदित्य को जमकर सुनाती है. वह कहती है, मिस्टर आदित्य कुमार त्रिपाठी. यहां सबके सामने आपको ये बताते हुए मुझे बहुत शर्म आ रही है कि आपके अलावा सभी लोगों ने अपने आर्टिकल टाइम पर सबमिट कर दिए हैं. पगडंडिया आतंकवाद पर लिखा हुआ आर्टिकल 10 बजे तक मिल जाना चाहिए था लेकिन अभी नहीं मिला है. आपने बहुत देर कर दी. फाइनल लेआउट 4 बजे तक भेजना होता है कि उम्मीद है आप टाइम पर आर्टिकल दे देंगे. इसके बाद वह चली जाती है.

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